धान खरीद में गड़बड़ी मिलने के बाद संबंधित अधिकारी पर विभागीय कार्रवाई के अलावा मुकदमा दर्ज हो सकता है। डीएम ने शिकायत मिलने के बाद इसकी जांच एडीएम ट्रांस गोमती और एसडीएम सदर को सौंपी थी। रिपोर्ट का इंतजार था जो शुक्रवार की शाम तक आ गई है।
प्रशासन के अनुसार जांच में सामने आया है कि क्रय केन्द्र के अभिलेखों में गड़बड़ी है। सही ढंग से उसमें जानकारियां दर्ज नहीं की गई हैं। क्रय केन्द्र में सीसीटीवी कैमरे भी गायब मिले। इसके अलावा अन्य संसाधन नादारद हैं। एसडीएम सदर प्रफुल्ल कुमार त्रिपाठी ने अधीनस्थ टीम की ओर से आई रिपोर्ट एडीएम ट्रांस गोमती और क्रय केन्द्र के प्रभारी विश्वभूषण मिश्रा को सौंप दी है। डीएम अभिषेक प्रकाश ने धान क्रय के मामलों में गड़बड़ी मिलने पर एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। मामला चिनहट के नौबस्ता कला खरीद केन्द्र का है।
डीएम को शिकायत मिली थी कि यहां माह की शुरुआत में बाराबंकी हैदरगढ़ पैकोली के वीरेन्द्र, हसनपुर के प्रमोद कुमार, रबहड़िया के चेतन, राम नरेश, भगवान दीन से धान खरीदा गया। इनमें से कोई भी लखनऊ का निवासी नहीं है। दूसरी बात यह कि धान क्रय केन्द्र उनके गांव से 70 किलोमीटर दूर है। नियम यह है कि प्रत्येक जिले में धान खरीदने के इंतजाम हैं। यदि एक जिले का किसान दूसरे में धान बेचना चाहता है तो प्रशासन से इसकी अनुमति लेनी होगी।