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सपा में चाचा और भतीजे की लड़ाई से बेअसर है नोएडा, तीनों प्रत्याशी बरकरार

503208-shivpal-akhilesh-yadavसमाजवादी पार्टी ने जिले की तीन विधानसभा सीट के उम्मीदवार की घोषणा कर दी है। इसके साथ ही तीनों विधानसभा सीट से घोषित प्रत्याशी को मात देकर टिकट पाने की चाह रखने वालों के मंसूबों पर पानी फिर गया है। तीनों सीट से पार्टी ने घोषित उम्मीदवारों को ही टिकट दिया है। नोएडा से अशोक चौहान को पार्टी ने प्रत्याशी बनाया है। उन्हें पार्टी की तरफ से करीब एक साल पहले उम्मीदवार घोषित कर दिया गया था। अखिलेश सरकार में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मदन चौहान के भाई अशोक चौहान एक साल से अपनी स्थिति मजबूत करने में भी जुटे हैं। हालांकि पार्टी के कुछ नेता उन्हें मात देने की कोशिश में लगे थे।

नोएडा से सपा के टिकट पाने वालों की कतार में पूर्व प्रत्याशी सुनील चौधरी, महानगर अध्यक्ष राकेश यादव समेत कई नेता थे। टिकट पाने के लिए सभी नेता दिल्ली से लेकर लखनऊ तक जोर लगा रहे थे। सूत्रों का यह भी कहना है कि अखिलेश यादव की तरफ से मुलायम सिंह यादव को सौंपी गई प्रत्याशियों की सूची में अशोक चौहान का नाम नहीं था, हालांकि इसकी पुष्टि कोई नहीं कर रहा है। उधर, अशोक चौहान का कहना है कि उन्हें मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव के आशीर्वाद से ही टिकट मिला है। समाजवादी पार्टी से जेवर व दादरी विधानसभा से भी टिकट के लिए कई नेता कतार में थे, लेकिन दादरी में बाजी रविंद्र भाटी के हाथ लगी। पार्टी ने पहले यहां से विक्रम भाटी को टिकट दिया था। बीमारी से उनकी मौत के बाद सीट पर दावेदारी जताने वाले कई नेता आगे आए।

दादरी सीट से पूर्व जिलाध्यक्ष फकीर चंद नागर, वरिष्ठ नेता राजकुमार भाटी, लोकेश भाटी, विक्रम भाटी की पत्नी मुकेश भाटी व श्याम सिंह की दावेदारी थी। जेवर में भी सपा से टिकट की चाह रखने वाले तमाम नेता कतार में रहे। इसमें बेवन नागर, नरेंद्र नागर, इंद्रजीत छोकर, जिलाध्यक्ष प्रताप सिंह चौहान, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रविंद्र भाटी शामिल थे, लेकिन बेवन नागर सबको पीछे छोड़ते हुए टिकट लेने में कामयाब हो गईं।