इंटरमीडिएट उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन शुक्रवार यानी 26 फरवरी से शुरू होगा। इस बार इंटर मूल्यांकन के लिए प्रदेश भर में 130 केंद्र बनाए गये हैं। 2020 की तुलना में चार अधिक केंद्र बने हैं। बिहार बोर्ड की मानें तो 2020 में 126 मूल्यांकन केंद्र पर कॉपी जांची गयी थी, लेकिन इस बार इसकी संख्या बढ़ा कर 130 कर दी गई है।
पटना जिले की बात करें तो जिले भर में आठ मूल्यांकन केंद्रों पर कॉपी जांची जाएगी। मूल्यांकन आठ मार्च तक चलेगा। सभी जिलों के ब्रजगृह से उत्तर पुस्तिका को केंद्रों पर भेज दिया गया है। मूल्यांकन में शामिल होने वाले परीक्षकों को गुरुवार को केंद्र पर योगदान देना होगा। निर्धारित तिथि यानी 26 फरवरी को मूल्यांकन केंद्र पर योगदान नहीं करने की स्थिति में बिहार परीक्षा संचालन अधिनियम 1981 धाराओं के अंतर्गत कठोर कार्रवाई की जाएगी।
परीक्षकों को नियुक्ति पत्र बोर्ड की वेबसाइट पर जारी कर दी गई है। इसके साथ ही सभी डीईओ कार्यालय में नियुक्त पत्र की हार्ड कॉपी बोर्ड द्वारा भेज दी गयी है। ज्ञात हो कि मुख्य परीक्षक के नेतृत्व में औसतन दस से 12 सह परीक्षक रहेंगे।
कॉपी जांच के साथ ही अंक होंगे प्रविष्ट
सह परीक्षकों द्वारा कॉपी जांचने के साथ ही उसी दिन कंप्यूटर पर अंकों को प्रविष्ट किया जाएगा। इसके लिए हर केंद्र पर विषयवार एमपीपी (मार्क्स पोस्टिंग पर्सनल) रखे गये हैं। बोर्ड द्वारा हर केंद्र के लिए एमपीपी नियुक्ति किये गये हैं। कॉपी जांच के साथ ही अंक को कंप्यूटर पर रखा जाएगा। इससे रिजल्ट तैयार करने में आसानी होगी। बोर्ड की मानें तो एमपीपी, सह-परीक्षक बोर्ड वेबसाइट से भी अपना नियुक्ति पत्र डाउनलोड कर सकते हैं।
एक से 13 फरवरी तक चली इंटर परीक्षा
इंटर परीक्षा एक से 13 फरवरी तक आयोजित की गयी। परीक्षा में 13 लाख 50 हजार से अधिक परीक्षार्थी शामिल हुए। सारी उत्तरपुस्तिका पर बार कोडिंग की गयी है। इससे कॉपी जांच में किसी तरह का गड़बड़ी ना हो। बोर्ड की मानें तो हर मूल्यांकन केंद्र पर धारा 144 लागू रहेगी।
दो पाली में होगा मूल्यांकन
इस बार उन विषयों का मूल्यांकन दो पाली में किया जाएगा। जिस विषय में शिक्षकों की संख्या कम है। इससे मूल्यांकन में अधिक समय लग जाता है। इस कारण मूल्यांकन को जल्द से जल्द समाप्त करने के लिए दो पाली में मूल्यांकन होगा। इस बार सुबह 9.30 बजे से 10 बजे रात तक मूल्यांकन चलेगा।