समाजवादी पार्टी में वर्चस्व को लेकर छिड़ी जंग के बाद उपजे हालात से जिले में राजनीति गरमा गई है। पार्टी में घमासान के बाद अब प्रत्याशियों की निगाहें टिकट पर ही टिक गई हैं। जिन प्रत्यासी के नाम का एलान मुलायम किए है वे प्रत्यासी ज्यादा परेशान है | सबसे ज्यादा बांसडीह,बलिया और फेफना सिट की टिकट को लेकर चर्चा छिड़ी है |
खबर यह अब निकल कर आ रही है किअखिलेश सभी विधान सभा में अपना प्रत्यासी उतारेगे जिसमे बलिया विधान सभा के लिए प्रबल दावेदार नारद राय के धूर विरोधी लक्षमण गुप्ता और राज्यसभा सदस्य नीरज शेखर की पत्नी का नाम अखिलेश गुट से निकलकर आ रहा है | अभीतक बलिया नगर विधान सभा से लक्षमण के नाम की चर्चा ज्यादा है | गुप्ता भी टिकट पाने के लिए लखनऊ में डेरा डाले हुए है |
पहली व दूसरी सूची के बीच उलझे प्रत्याशियों की तो मानों नींद ही उड़ गई है। सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की, उसके बाद सीएम अखिलेश यादव ने भी सूची जारी कर दी। उसमें यहां के कई दिग्गजों के नाम नदारद हैं। बड़ी बात है कि इसमें पहली सूची में जिनके नाम हैं और दूसरी में गायब वो अभी चुनाव के प्रचार-प्रसार से भी हाथ खींचे हुए हैं। यही नहीं सूची के मकड़जाल में जिनके टिकट फाइनल हो चुके हैं वो भी इस उलझन में फंसे हैं कि अब फिर कौन सी सूची जारी होगी। वर्चस्व की लड़ाई में सीएम अखिलेश यादव के विजेता बन कर आने के बाद यहां कई के होश उड़ गए हैं। इसमें जो लोग सीएम के करीब हैं वो तो थोड़ा सुकून में हैं पर जो मुलायम व शिवपाल के खेमे में थे उनकी नींद उड़ गई है। पूरे जिले में असहज स्थिति बनी हुई है। स्थिति है कि पार्टी में अपनी मजबूत पकड़ रखने वाले भी वर्तमान स्थिति में अपने को कमजोर महसूस कर रहे हैं। ऐसे हालात में किसी टिकट मिले और किसी फिर मिलेगा यह समझ ही नहीं आ रहा है। इसको लेकर प्रत्याशी ही उनके समर्थक भी हासिए पर हैं। जिले में कई सीटों पर जिनके नाम पहली सूची में शामिल हैं वहां तो अब दूसरे दावेदार भी अपना दावा शुरू कर दिए हैं। ऐसे में यहां टिकट को लेकर अभी भी दावेदारों व प्रत्याशियों में धुकधुकी की ही स्थिति बनी है।