कार की चपेट में आकर मरे युवक का शव रखकर ग्रामीणों ने मंगलवार की सुबह सड़क जाम कर दिया। उनकी मांग थी कि मृतक के परिवार को सरकारी मुआवजा तथा पुलिस पर कार्रवाई की जाय। अधिकारियों के आश्वासन के बाद करीब साढ़े चार घंटे तक चला जाम समाप्त हो सका।
स्थानीय कोतवाली क्षेत्र के सिलहटा गांव निवासी 30 वर्षीय गोवर्धन की रविवार की रात कार की चपेट में आकर मौत हो गयी। सोमवार को पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव को परिजनों के हवाले कर दिया। घरवालों ने अंतिम संस्कार करने की बजाय रात में शव को घर पर रखा और मंगलवार की सुबह सैकड़ों ग्रामीणों के साथ चक्का जाम करने चल पड़े। सुबह करीब सात बजे सैकड़ों की संख्या में लोगों ने सिधागर घाट बैरियर के पास सड़क जाम कर दिया। गाजीपुर को जोड़ने वाले रसड़ा-सिधागर घाट मार्ग के जाम होने से आवागमन पूरी तरह ठप हो गया। आक्रोशित लोग गोवर्धन के परिवार को मुआवजा के साथ ही मुकदमा दर्ज नहीं करने पर पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे।
सूचना मिलने के बाद नायब तहसीलदार मुकेश कुमार सिंह व कोतवाल डीके श्रीवास्तव मौके पर पहुंच गये। उन्होंने लोगों से बातचीत कर मामला सलटाने का प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिल सकी। करीब चार घंटा बाद एसडीएम रसड़ा सुशील लाल श्रीवास्तव तथा सीओ रसड़ा श्रीराम पहुंच गये। एसडीएम ने मुआवजा व सीओ ने मामले की जांच कर कार्रवाई करने का भरोसा दिया, जिसके बाद साढ़े 11 बजे जाम समाप्त हुआ।
रसड़ा कोतवाली का दीवान लाइन हाजिर
कार के रौंदने से युवक की मौत के मामले में मिली तहरीर की जानकारी नहीं देने वाले रसड़ा कोतवाली के दीवान को एसपी ने मंगलवार को लाइन हाजिर कर दिया। पुलिस अधीक्षक का कहना है कि यह अनुशासनहीनता तथा लापरवाही का मामला है, लिहाजा जांच कराकर उसके खिलाफ आगे की कार्रवाई की जायेगी।
दरअसल रविवार की रात सिलटहा गांव निवासी गोवर्धन की कार की टक्कर से मौत हो गयी। रात में ही उसके परिजनों ने पुलिस को तहरीर दे दी। लोग पुलिस पर तहरीर देने के बावजूद मुकदमा दर्ज नहीं करने का आरोप लगाते हुए सड़क पर उतरे। सूत्रों की मानें तो शव को सड़क पर रखकर चक्का जाम करने की जानकारी एसपी रामप्रताप सिंह ने कोतवाल डीके श्रीवास्तव से ली तो उन्होंने तहरीर नहीं मिलने की बात कही। बाद में जब इस बारे में पता लगाया गया तो एसपी को जानकारी हुई कि तहरीर कोतवाली के दीवान अवधेश सिंह ने लेकर रख लिया था तथा उसने इसकी जानकारी कोतवाल को भी नहीं दी। यह बात संज्ञान में आने के बाद नवागत एसपी ने दीवान को लाइन हाजिर कर दिया। लोगों का आरोप है कि लाइन हाजिर हुए दीवान पर कई बार धन उगाही का आरोप भी लग चुका है। वह कोतवाली में आने वाले फरियादियों से भी दुर्व्यहार करता था, जिसकी शिकायत कई बार अधिकारियों से की जा चुकी है। इस सम्बंध में कोतवाल डीके श्रीवास्तव का कहना है कि सोमवार को तहरीर के आधार पर अज्ञात चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो चुका है।