विधानसभा चुनाव की आहट के बीच में अब जिला तथा पुलिस प्रशासन भी काफी सक्रिय हो रहा है। इसी के तहत कल गोरखपुर के कैम्पियरगंज विधानसभा सीट से बसपा प्रत्याशी आनंद निषाद समेत तीन लोगों को प्रशासन ने जिला बदर घोषित कर दिया है।
आनंद निषाद के खिलाफ पीपीगंज थाना में दर्ज मुकदमों के आधार पर तैयार रिपोर्ट के बाद डीएम ने इसकी घोषणा की है। आनंद निषाद को इस दौरान देवरिया में रहने के आदेश दिए गए हैं। उधर बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी ने इसे राजनैतिक साजिश करार देते हुए अपील करने की बात कही है।
गोरखपुर के पीपीगंज के राजाबारी जसवल निवासी आनंद निषाद कैम्पियरगंज विधानसभा क्षेत्र से बसपा के टिकट पर चुनाव लडऩे वाले हैं। आनंद पर पीपीगंज थाने में हत्या का प्रयास, धमकी और मारपीट के तीन मुकदमे दर्ज हैं। विवचेना के दौरान कुछ मुकदमों से उनका नाम निकल चुका है। पुलिस ने आनंद निषाद, भीटी निवासी धीरेंद्र मोहन उर्फ डिस्को तिवारी समेत तीन लोगों के खिलाफ जिला बदर की रिपोर्ट तैयार कर प्रशासन को भेजी थी। जिलाधिकारी संध्या तिवारी ने सभी को जिला बदर करने का आदेश दिया है।
राजनीतिक भविष्य पर खतरा
आनंद निषाद कई दिनों से क्षेत्र में सक्रिय हैं। इसी बीच आए डीएम के इस आदेश के बाद उनके राजनैतिक भविष्य को लेकर समर्थकों में असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है। हालांकि अपनी प्रत्याशिता बनाए रखने के लिए उन्होंने इस आदेश के खिलाफ अपील करने की बात कही है।
मुझे चुनाव से रोकने का प्रयास
बसपा प्रत्याशी आनंद निषाद ने कहा कि जिन मामलों को आधार बनाकर मेरे खिलाफ कार्रवाई की गई है उसमें पुलिस की जांच में ही मुझे बेकसूर पाया गया है। राजनैतिक साजिश के तहत मुझे चुनाव से रोकने की कोशिश में ऐसा किया जा रहा है।
नोटिस भेजा गया
थाना प्रभारी पीपीगंज हरि सिंह यादव ने बताया कि जिलाधिकारी कार्यालय से जिला बदर की कार्रवाई सूची में बसपा प्रत्याशी आनंद निषाद समेत तीन लोगों का नाम है। सभी के घर इसका नोटिस भेज दिया गया है।