लॉकडाउन में दुकान बंद कराने गए पुलिस दल पर जानलेवा हमला किया गया। दो चौकीदार समेत पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए। घटना मधुबनी जिले के आरएस ओपी थाना क्षेत्र के दीप गांव की है। बुधवार शाम लगभग 3 बजे जब पुलिस बल ने दीप पहुंच कर कपड़े की दुकान को बंद करने को कहा तो उस दुकानदार और उनके पारिवारिक सदस्यों द्वारा घटना को अंजाम दिया गया।
ओपी प्रभारी पुरुषोत्तम कुमार के स्वयं के आवेदन पर कपड़ा दुकानदार मो अली सहित उनके पारिवारिक सदस्यों पर नामजद प्राथमिकी दर्ज की है। प्राथमिकी में एपिडेमिक एक्ट, एससी एसटी एक्ट समेत 12 धाराएं लगाई गई है। लखनौर बीडीओ और पुलिस बल सुबह 10:30 बजे से थाना क्षेत्र के विभिन्न जगहों पर लॉकडाउन का पालन करवाने के लिए दुकान बंद कराने की अभियान शुरू की। पुलिस बल लगभग 3 बजे दीप गांव पहुंची। थानाध्यक्ष और बीडीओ पीछे ही थे।
उस वक्त मो अली का कपड़ा दुकान खुला था। उसे चौकीदार ने जब दुकान बंद करने के लिए कहा तो दुकानदार के साथ उनके पुत्र, पत्नी और पिता सभी लोग पुलिस पर हमला बोल दिया। दर्ज प्राथमिकी अनुसार पुलिस पर जान मारने की नीयत से हरवे हथियार और पत्थर से वार किया गया। गाली गलौज भी की गई। तब तक थानाध्यक्ष भी पहुंच गए। प्राथमिकी में एसएचओ ने बताया है कि एक चौकीदार को हमारे सामने गोली मारने की धमकी दी गई। एक दूसरा चौकीदार के गले में गमछा दबाया गया, जिससे वह बेहोश हो गया था।
घायल लोगों में सिपाही विनोद पाल, सिपाही अवध प्रसाद कुशवाहा, चालक दयाशंकर, सेवानिवृत्त चौकीदार राम प्रसाद पासवान का पुत्र संजय कुमार पासवान एवं एक अन्य चौकीदार रंजीत पासवान शामिल है। जिन लोगों पर आरोप है उनमें नामजदो में मो अली, उनके पुत्र मो मुर्तजा, पुत्र मो मुमताज और मो नूरल, उनकी पत्नी जुलेखा खातून एवं पिता नसीर पमरिया के अलावा 10 अज्ञात लोग हैं।
डीएसपी आशीष आनंद ने कहा कि सरकारी दिशा निर्देश के अनुसार पुलिस काम कर रही है। व्यवधान डालने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। आपदा का समय है लोगों को सहयोग करना पड़ेगा। जो तत्व असामाजिक है उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। थानाध्यक्ष पुरुषोत्तम कुमार ने कहा कि गुरुवार को प्राथमिकी दर्ज होने के बाद फोन पर दुकानदार के पुत्र ने अभद्र भाषा में धमकी भी दी है। जिसे स्टेशन डायरी में नोट किया जाएगा।