कोतवाली से कुछ ही दूरी पर सेंट मेरिज कावेंट स्कूल के सामने एनएच 24 पर बनी पुलिया क्षतिग्रस्त हो जाने से छोटे वाहनों के पलटने व दुर्घटना होने की संभावनाएं बढ़ गयी है। प्रतिदिन सवारी वाले वाहन जर्जर सड़क पुलिया से आवागमन करते हैं, लेकिन विभागीय स्तर पर मरम्मत कराने के लिए कोई कार्रवाई नहीं हुई।
लगभघ चार साल पहले बनायी गयी सड़क की पुलिया पूरी तरह जर्जर अवस्था में जा पहुंची है। इसके बाद भी विभागीय अधिकारियों की गहरी नींद नहीं टूट रही। ओवरलोड बड़े ट्रकों के आवागमन के चलते पुलिया जर्जर अवस्था में दुर्घटना को दावत दे रही है। आयेदिन कोई न कोई आटो पलट जाया करता है। राहगीरों का कहना रहा कि भगवान भरोसे वाहनों से आवागमन करना पड़ रहा है। कस्बे के रामनाथ सिंह, इकबाल हसन सिद्दीकी, डा. रामउग्रह सिंह यादव, ईसा राईन नियाजी, जयप्रकाश गुप्ता, संतोष वर्मा, बृजेश जायसवाल, जुगनू, बृजेश कुशवाहा आदि लोगों ने एनएच 24 जर्जर सड़क पुलिया को लेकर विभागीय अधिकारियों व पुलिया का निर्माण कराने वाले ठेकेदार पर रोष प्रकट करते हुए कहा कि कम समय में पुलिया का क्षतिग्रस्त हो जाना दाल में काला नजर आ रहा है। ठेकेदारों ने निर्माण कार्य में मानक की अनदेखी किया। जिसके चलते 4 साल में ही पुलिया पुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गयी। क्षतिग्रस्त पुलिया चार पहिया वाहनों के लिए पूरी तरह जोखिम भरी साबित हो रही है। कभी भी वाहन सवार दुर्घटना के शिकार हो सकते हैं। लोगों के लाख गुहार लगाने के बाद भी मरम्मत कराने के लिए कार्रवाई नहीं हुई। जिसके चलते वाहन चालक नहर के रास्ते होकर आने जाने को बाध्य हैं। पुलिया को लेकर कोतवाली के प्रभारी सुरेंद्र सिंह भी विभागीय अधिकारियों को पत्र लिखकर अवगत करा चुके हैं। परंतु सुनवाई नहीं हुई। एसडीएम राजकुमार ने कहा कि एनएच 24 जर्जर बन चुकी पुलिया की मरम्मत कराने के लिए विभागीय अधिकारियों को पत्र के माध्यम से अवगत करा दिया गया है। शीघ्र ही पुलिया को बनवाया जाएगा।