जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव को लेकर अब मेरठ में राजनीति गर्माने लगी है। भाजपा की घेराबंदी के लिए अब सपा की ओर से पूर्व मंत्री शाहिद मंजूर ने कमान संभाल ली है।
उन्होंने कहा कि दोनों दलों के नेता अपने-अपने सदस्यों को संभाल कर रख लें तो चुनाव जीत जाएंगे। दोनों दलों के नेताओं को जातिगत समीकरण के हिसाब से भी रणनीति बनाने को कहा गया।
सपा और रालोद नेताओं ने कहा कि चाहे कुछ भी, लेकिन विपक्ष भाजपा के खिलाफ मुकाबले के लिए तैयार है। उधर, कुछ निजी कारणों से सपा नेता अतुल प्रधान बैठक में नहीं पहुंचे।
जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद अब राजनीति गर्माने लगी है। बुधवार को सपा और रालोद नेताओं की महत्वपूर्ण बैठक हुई। बैठक में कहा गया कि जिला पंचायत चुनाव के बाद जब पहली बार बैठक हुई थी तो सपा, रालोद, बसपा के 23 सदस्य मौजूद रहे। बाद में 19 सदस्य आए।
दोनों दलों के नेताओं ने कहा कि अब जिला पंचायत सदस्यों को एकजुट रखने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि 33 में से 28 सदस्य भाजपा विरोध में जीते हैं। ऐसे में जनता के वोट का भी ध्यान रखा जाए।
बैठक में पूर्व मंत्री शाहिद मंजूर, सपा जिलाध्यक्ष राजपाल सिंह, प्रशांत गौतम, विपिन मनोठिया, रालोद के राष्ट्रीय सचिव पूर्व विधायक राजेन्द्र शर्मा, क्षेत्रीय अध्यक्ष यशवीर सिंह, प्रदेश प्रवक्ता सुनील रोहटा, जिलाध्यक्ष मतलूब गौड़ मौजूद रहे।