बताया गया कि मुलायम के साथ अमर सिंह भी हैं, तो यादव ने एयरपोर्ट जाने का निर्णय बदल दिया। मुख्यमंत्री ने विधायकों के साथ बैठक में कहा था कि नेताजी दिल्ली से लौटने वाले हैं
लखनऊ । कुनबे से निकलकर चुनाव आयोग में दाखिल लड़ाई का परिणाम आने से पहले ही समाजवादी पार्टी में सुलह की कुछ संभावना बन गई है। आज सुबह से फिर अमर सिंह मुलायम के दरवाजे पहुंचे हैं। जबकि कल भी वह दिल्ली से मुलायम के साथ ही मौजूद थे। बताया जा रहा है कि अाज अमर सिंह पार्टी को बचाने के लिये इस्तीफा भी दे सकते हैं।
संकेत हैं कि सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव अपने बेटे व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की सभी शर्त मानने पर सहमत हो गए हैं। हालांकि फार्मूले को अंतिम रूप देने के लिए रात साढ़े बारह बजे तक परिवार की मीटिंग चलती रही। इससे पहले अखिलेश ने गुरुवार को 210 विधायकों, 50 एमएलसी और 70 प्रतिनिधियों से स्टांप पेपर पर हस्ताक्षर करा समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष केरूप में अपनी ताजपोशी को पुख्ता किया। उन्होंने विधायकों से कहा कि, ‘तीन माह का वक्त दीजिए, प्रदेश जीतकर नेताजी (मुलायम सिंह) को सौंप दूंगा।
एयरपोर्ट नहीं गये अखिलेश
मुलायम सिंह के दिल्ली से लखनऊ लौटने पर मुख्यमंत्री उन्हें लेने एयरपोर्ट जाने वाले थे। सुरक्षा को सतर्क भी किया गया था, मगर जैसे ही बताया गया कि मुलायम के साथ अमर सिंह भी हैं, तो यादव ने एयरपोर्ट जाने का निर्णय बदल दिया। मुख्यमंत्री ने विधायकों के साथ बैठक में कहा था कि नेताजी दिल्ली से लौटने वाले हैं, उन्हें लेने एयरपोर्ट जाऊंगा। वह परिवार में झगड़े की मुख्य वजह भी अमर सिंह को मानते रहे हैं।
उधर, चुनाव आयोग में पक्ष रखने दिल्ली पहुंचे मुलायम सिंह से चर्चा में शिवपाल ने ‘साइकिल व परिवार बचाने को सभी पद छोडऩे की पेशकश की और अमर सिंह ने भी इस्तीफा देने का भरोसा दिया। प्रदेश के एक बहुचर्चित मंत्री और राष्ट्रीय दल के एक प्रभावशाली नेता ने ‘एका कराने के अपने प्रयासों को भी आगे बढ़ाया। सूत्रों का कहना है कि चौतरफा दबाव के चलते मुलायम सुलह पर सहमत हो गए और शाम को वह लखनऊ भी लौट आये। उनके साथ शिवपाल, अमर सिंह, एमएलसी आशू मलिक, अंबिका चौधरी भी लौटे। मुलायम के घर पहुंचने से पहले मुख्यमंत्री अखिलेश चार विक्रमादित्य मार्ग स्थित आवास पर पहुंचे। कुछ देर बाद आजम खां भी वहां पहुंच गए। देर रात तक सुलह के फार्मूले पर चर्चा जारी थी।