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सपा में मचे घमासान का असर, घोषित प्रत्याशियों की दुविधा कायम

भाजपा में नोएडा से मौजूदा विधायक विमला बाथम का चुनाव लडऩा तय माना जा रहा है। हालांकि, मनोज गुप्ता और केप्टन विकास गुप्ता भी टिकट के लिए जोर अजमाइश कर रहे हैं।

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नोएडा । विधानसभा चुनावों के लिए बिगुल बज चुका है। गौतमबुद्धनगर की तीनों विधानसभा सीटों पर प्रथम चरण में 11 फरवरी को वोट डाले जाएंगे। नामांकन करने के लिए 17 से 24 जनवरी तक समय निर्धारित किया गया है। इसमें अब बहुत कम समय बचा है। सपा और बसपा ने बाजी मारते हुए अपने प्रत्याशी पहले ही घोषित कर दिए हैं, लेकिन सपा में पार्टी के दो फाड़ होने से प्रत्याशियों के बदले जाने की चर्चा हैं। सपा-बसपा घोषित कर चुके हैं प्रत्याशी, पर सपा में फंसा पेंच बसपा दादरी से मौजूदा विधायक सतवीर गुर्जर, जेवर से मौजूदा विधायक वेदराम भाटी व नोएडा से रविकांत मिश्रा को अपना उम्मीदवार घोषित कर चुकी है। सपा ने दादरी से रविंद्र भाटी, नोएडा से अशोक चौहान व जेवर से बेवन नागर को प्रत्याशी घोषित किया है। ओपिनियन पोल: यूपी में BJP को बहुमत का अनुमान, अखिलेश सबसे लोकप्रिय चेहरा सपा कुनबे में मचे घमासान से तीनों ही प्रत्याशियों की सांसे अटकी हुई हैं। पार्टी में एका नहीं हुआ तो मुख्यमंत्री अखिलेश यादव खेमे से तीन और प्रत्याशी मैदान में उतर सकते हैं। इनमें नोएडा से सुनील चौधरी, दादरी से राजकुमार भाटी व जेवर से नरेंद्र नागर का नाम लिया जा रहा है। वहीं, पहले से घोषित तीनों उम्मीदवार पार्टी के दोनों धड़ों में हाजिरी लगाकर यह संदेश देने का प्रयास कर रहे हैं कि वह किसी एक गुट के साथ नहीं है। पार्टी की अंदरूनी लड़ाई का असर प्रत्याशियों के चुनाव प्रचार पर पड़ रहा है। तीनों प्रत्याशी क्षेत्र में जाने के बजाय पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के यहां हाजिरी लगा रहे हैं। वहीं, भाजपा और कांग्रेस इसमें फिसड्डी साबित हुई हैं। दोनों ही दलों में प्रत्याशियों के नामों को लेकर ऊहापोह की स्थिति बनी हुई हैं। टिकट के सभी दावेदार अपनी-अपनी ताल ठोंककर टिकट मिलने का दावा कर रहे हैं। बाजी किसके हाथ लगेगी, यह अभी तय नहीं है। सूत्रों की मानें, तो भाजपा ने तीन नाम प्रदेश हाईकमान को भेज दिए हैं। इनमें से दो नाम पार्टी के केंद्रीय हाईकमान को भेजे जाएंगे। कांग्रेस में सपा के साथ गठबंधन की अटकलों को लेकर दावेदारों की सांसें अटकी हुई हैं। वहीं भाजपा में नोएडा से मौजूदा विधायक विमला बाथम का चुनाव लडऩा तय माना जा रहा है। हालांकि, मनोज गुप्ता और कैप्टन विकास गुप्ता भी टिकट के लिए जोर अजमाइश कर रहे हैं। दादरी और जेवर से अभी प्रत्याशियों के नाम तय नहीं हो सके हैं। सूत्रों की मानें तो दादरी विधान सीट से तीन नाम प्रदेश हाईकमान को भेज दिए गए हैं। नामों का खुलासा नहीं किया गया है। सूत्रों का कहना है कि पूर्व मंत्री नवाब सिंह नागर, रविंद्र तौंगड़, बिजेंद्र भाटी, देवा भाटी व मास्टर तेजपाल नागर में से तीन के नाम हाईकमान को भेजे गए हैं। दादरी में भाजपा दो खेमे में बंटी हुई है। केंद्रीय मंत्री व क्षेत्रीय सांसद महेश शर्मा ने दादरी से गुर्जर प्रत्याशी को मैदान में उतारने के लिए अपना वीटो लगा दिया है, लेकिन गुर्जरों का एक गुट पूर्व मंत्री नवाब सिंह नागर को चुनाव लड़ाना चाहता है। वहीं, एक गुट किसी नए नाम पर विचार करने पर जोर दे रहा है। इससे एक नाम पर सहमति नहीं बन पा रही है। सूत्रों की माने तो डा. महेश शर्मा ने गुर्जर नेताओं से स्वयं किसी एक का नाम तय करने को कहा है, लेकिन गुर्जर नेताओं में एक नाम पर अभी सहमति नहीं बनी है। उधर, जेवर विधानसभा सीट पर भी कमोबेश यहीं स्थिति है। इस सीट से पूर्व मंत्री हरिश्चंद्र भाटी, रकम ङ्क्षसह भाटी, ठाकुर पुष्कर सिंह, ठाकुर जितेंद्र सिंह, हरीश ठाकुर, संजय चौहान, गजेंद्र मावी आदि एक दर्जन से अधिक ने दावेदारी पेश की है। इनमें से पार्टी तीन नाम तय नहीं कर सकी है। बुधवार को पार्टी जिला इकाई व वरिष्ठ नेताओं को क्षेत्रीय कार्यालय बुलाया गया है। वहां जेवर से तीन दावेदारों के नामों को अंतिम रूप दिए जाने की संभावना है। जेवर से एक दूसरे दल के कद्दावर नेता के भी भाजपा में शामिल होने की चर्चा जोरों पर है। इस नेता को टिकट का सबसे तगड़ा दावेदार माना जा रहा है। हालांकि, पार्टी कार्यकर्ता अंदरखाने विरोध कर रहे हैं। जिले में कांग्रेस भी अपने प्रत्याशियों के नाम भी तय नहीं हो सके हैं। जेवर से ठाकुर धीरेंद्र सिंह, अजीत दौला, वीरेंद्र डाढ़ा, मनोज चौधरी प्रमुख दावेदार हैं। दादरी से वीरेंद्र गुड्डू, पूर्व विधायक समीर भाटी, अजय चौधरी, महेंद्र नागर, दीपक भाटी चोटीवाला ने दावेदारी पेश की है। सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस प्रत्याशियों के नाम सपा के साथ गठबंधन पर निर्णय होने के बाद ही तय किए जाएंगे।