ग्रामीण क्षेत्र में खूंखार कुत्तों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। कुत्ते लगातार बच्चों को निशाना बना रहे हैं। शुक्रवार को थानाक्षेत्र के पंडिया गांव निवासी बब्लू का सात साल का बेटा विशाल ईंट भट्ठे पर काम कर रहे अपने बड़े भाई अमित के पास जा रहा था। तभी रास्ते में कुत्तों के झुंड ने मासूम पर हमला कर दिया। चीख-पुकार पर आसपास के खेतों पर काम कर रहे लोग मौके की ओर दौड़ पड़े। लोगों को आता देख कर कुत्ते जंगल की तरफ भाग गए। घायल छात्र को लोग पीएचसी कुन्दरकी लाए। जहां हालत गंभीर देखकर चिकित्सकों ने उसे उपचार को जिला अस्पताल मुरादाबाद के लिए रेफर कर दिया। वहां भी हालत में सुधार न होने पर छात्र को अगवानपुर स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। रविवार रात इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई। इससे परिजनों में कोहराम मच गया। ग्रामीणों ने इसके लिए तहसील प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया। ग्रामीणों ने प्रशासन से इलाज के लिए मुआवजे की मांग की है।
आधा दर्जन से अधिक बच्चों को उतार चुके मौत के घाट
कुन्दरकी। खूंखार कुत्ते आधा दर्जन से अधिक बच्चो को मौत के घाट उतार चुके हैं। वहीं सैकड़ों लोगों को निशाना बनाकर घायल कर चुके हैं। इसके बाद भी प्रशासन ने कुत्तों को पकड़ने के लिए कोई अभियान नहीं चलाया।
गांव के स्कूल में तीसरी का छात्र था मासूम
विशाल गांव के ही प्राथमिक स्कूल में कक्षा तीन में पड़ता था। चार भाई-बहनों में वह सबसे छोटा था। इसलिए वह सबका लाडला था। मां शीला का रो-रोकर गश खाकर गिर गईं। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा भरा। उधर तहसील प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने छात्र की मौत को तहसील प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया हैं ।