देहात ही नही बलिया शहर के बैको में लोगो की कतार कम होने का नाम नही ले रही है |आज नोटबंदी को हुए दो माह बीत गए पर अभी तक जिले में स्थिति सामान्य नहीं हो सकी है। बैंकों से लेकर एटीएम तक में लोगों की परेशानी अभी उसी तरह से कायम है। शहर को छोड़ दें तो ग्रामीण क्षेत्रों में लोग अभी उसी तरह तबाही से गुजर रहे हैं। इन दो महीनों में शहर के लोगों को तो बीच-बीच में राहत मिलती भी रही है लेकिन गांवों में लोग लगातार दिक्कतों का सामना करते आ रहे हैं। गांवों न तो बैंकों की स्थिति सुधर सकी है और न ही एटीएम की। गांवों में एक तो बैंक व एटीएम आदि की संख्या ऐसे ही कम है तो उपर से इनमें रुपये नहीं रहने से यह लोगों को चिढ़ाने का ही काम कर रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में एकाध को छोड़ कर लगभग सारे एटीएम बंद ही रहे हैं जिससे लोगों को कहीं से राहत नहीं मिल सकी है। देश के साथ दो माह तक गंवई लोग कदम से कदम मिला कर तो चलते रहे पर दो माह बाद भी सुधार नहीं होने से उनमें अब हीन भावना पनपती जा रही है। गांवों में रुपये के बिना लोगों के जरूरी से जरूरी कार्य तक प्रभावित हो गए हैं। किसानों की स्थिति तो और भी खराब है। रुपये के बिना खेती-किसानी से लेकर अन्य कार्य भी प्रभावित हो गए हैं। इसमें कई लोग ऐसे भी हैं जो बाहर पढ़ने वाले बच्चों की फीस तक समय से जमा नहीं कर पा रहे हैं। इस तरह की स्थिति में ग्रामीण कभी आक्रोश में सड़क पर उतर रहे तो कभी सरकार के प्रति अन्य माध्यमों से भड़ास निकाल रहे हैं