कश्मीर प्रीमियर लीग को लेकर बढ़ते विवाद को देखते हुए इंग्लैंड के पूर्व स्पिनर मोंटी पनेसर ने इस लीग में नहीं खेलने का फैसला किया है। पनेसर ने कहा कि वह कश्मीर को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच चल रही टेंशन के बीच में नहीं फंसना चाहते हैं और इसी वजह से वह अपना नाम वापस ले रहे हैं। गौरतलब है कि हाल ही में साउथ अफ्रीका के पूर्व बल्लेबाज हर्शल गिब्स ने बीसीसीआई पर आरोप लगाया था कि भारतीय बोर्ड उनको इस लीग में खेलने से रोक रहा है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) और बीसीसीआई के बीच में इस लीग को लेकर काफी खींचतान चल रही है। मोंटी पनेसर ने अपने ट्विटर पर लिखा, ‘मैंने कश्मीर मुद्दे को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच जारी राजनीतिक टेंशन को देखते हुए कश्मीर प्रीमियर लीग (केपीएल) में हिस्सा नहीं लेने का फैसला किया है। मैं इसके बीच में नहीं फंसना चाहता हूं मैं इसके बीच सहज महसूस नहीं करूंगा।’ हाल ही में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने पीसीबी को उसके बयान पर मुंहतोड़ जवाब देते हुए कहा था, ‘पीसीबी उलझन में है। जिस तरह से पाकिस्तानी मूल के खिलाड़ियों को आईपीएल में भाग लेने की अनुमति नहीं देने के फैसले को आईसीसी सदस्य के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप के रूप में नहीं माना जा सकता है। भारत शुद्ध रूप से बीसीसीआई का आंतरिक मामला है।’ उन्होंने आगे कहा, ‘एक पूर्व खिलाड़ी द्वारा दिए गए बयान की सत्यता की न तो पुष्टि की जा सकती है और ना ही इंकार किया जा सकता है, जो पहले मैच फिक्सिंग जांच में शामिल हो चुका है। तथ्य यह है कि भारतीय क्रिकेट की वर्ल्ड लेवल पर क्रिकेट के अवसरों की सबसे अधिक मांग है। पीसीबी को इससे जलन नहीं करनी चाहिए।’इससे पहले गिब्स ने बीसीसीआई सचिव जय शाह पर आरोप लगाते हुए कहा था कि शाह ने उन्हें इस बात की धमकी दी है कि यदि वे कश्मीर प्रीमियर लीग में खेलेंगे, तो उन्हें भारत में किसी भी प्रकार की क्रिकेट एक्टिविटी के लिए आने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने अपने ट्विटर पर लिखा था, ‘पाकिस्तान के साथ अपने राजनीति एजेंडे को समीकरण में लाने और मुझे कश्मीर प्रीमियर लीग में खेलने से रोकने के लिए बीसीसीआई ऐसी चीजें कर रहा है, जिसकी बिल्कुल जरूरत नहीं है। साथ ही मुझे धमकी देते हुए कहना कि वे मुझे क्रिकेट से जुड़े किसी भी काम के लिए भारत में एंट्री नहीं करने देंगे, यह रवैया काफी गलत है।’