बिहार में बनने वाले पहले छह लेन नेशनल हाइवे के निर्माण का रास्ता साफ हो गया। एनएच-दो औरंगाबाद से लेकर बिहार-झारखंड की सीमा चोरडाहा तक बनने वाली इस छह लेन सड़क का टेंडर शुक्रवार को जारी हो गया। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने इस सड़क का निर्माण कार्य इसी साल शुरू करने का लक्ष्य तय किया है। दो साल के भीतर निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारी चंदन वत्स ने बताया कि औरंगाबाद से चोरडाहा तक की दूरी लगभग 80 किलोमीटर है। दो पैकेज में इस सड़क के निर्माण का टेंडर जारी कर दिया गया है। यह सड़क अभी फोर लेन है। बिहार की यह पहली सड़क है जिसे छह लेन किया जाएगा। इसके निर्माण पर लगभग 1400 करोड़ खर्च होंगे। दो महीने में इस सड़क के टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर काम अवार्ड कर दिया जाएगा।
दीपावली के बाद या साल के अंत तक हर हाल में इस सड़क का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। इस सड़क का निर्माण भारतमाला परियोजना के तहत हो रहा है। वहीं दूसरी ओर लंबे समय से अटकी वाराणसी-औरंगाबाद सड़क के निर्माण कार्य की सभी बाधाएं लगभग दूर हो गई हैं। यह सड़क भी अभी फोर लेन है, जिसे छह लेन किया जाना है।
192 किलोमीटर लंबी इस सड़क को फोर लेन से छह लेन करने का कार्य जल्द ही शुरू होगा। इसके निर्माण पर लगभग तीन हजार करोड़ खर्च होगा। इन दोनों सड़कों के निर्माण से बिहार का झारखंड और उत्तरप्रदेश से आवागमन आसान हो जाएगा। जबकि शाहाबाद के जिले को इसका प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा।