छपरा (सदर) : शहरवासियों को जाम से निजात दिलाने तथा रेलवे ढाला के बंद रहने के कारण घंटो इंतजार से मुक्ति दिलाने वाले साढ़ा ढाला पर नवनिर्मित रेलवे ओवरब्रिज पर दिन का सफर तो सुहाना है. परंतु, रात में रोशनी के अभाव में इस मार्ग से यात्रा करना यात्रियों के लिए डरावना साबित हो रहा है. इसकी वजह पांच माह पूर्व शुरू हुए इस रेल ओवरब्रिज के ऊपर रेल पुल निर्माण से जुड़ी कंपनी द्वारा रोशनी के लिए सैकड़ों पोल के माध्यम से बल्ब तो लगाया गया परंतु,
अब तक इन बल्बों से रोशनी नहीं निकलती. . वहीं छपरा नगर पर्षद प्रशासन भी पुल के रेल क्षेत्र में होने के कारण उसपर प्रकाश की व्यवस्था करने की जिम्मेवारी नहीं होने की बात कहते हैं. उधर रोशनी की व्यवस्था नहीं होने के कारण इस रेल ओवरब्रिज पर रात में वाहन से या पैदल चलने वाले पुरुष एवं महिला को असामाजिक तत्वों का शिकार होने का भय बना रहता है. रात के अंधेरे में इस रेल ओवरब्रिज पर असामाजिक तत्वों की सक्रियता बढ़ने को ले शहरवासियों में चर्चाएं है.
निश्चित तौर पर साढ़ा ढाला रेलवे ओवरब्रिज से शहरवासियों को काफी सहूलियत हुई है. इस रेल ओवरब्रिज पर लगे पोल व बल्ब में विद्युत कनेक्शन जोड़ कर रोशनी की व्यवस्था का प्रयास रेलवे के वरिय पदाधिकारियों से करेंगे.
दीपक आनंद, डीएम, सारण
साढ़ा ढाला रेलवे ओवर ब्रिज रेल क्षेत्र में बना है. मैं बताना चाहूंगा कि ऐसी स्थिति में इस रेल ओवरब्रिज पर रोशनी की व्यवस्था करने की जिम्मेवारी रेल प्रशासन की है न की छपरा नगर पर्षद प्रशासन की.
अंजय कुमार राय, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर पर्षद, छपरा,सारण