राज्य के माध्यमिक-उच्च माध्यमिक विद्यालयों में जिला शिक्षा पदाधिकारी और उनके अधीनस्थ अफसरों के स्कूल इंस्पेक्शन में अनधिकृत रूप से अनुपस्थित पाए गए शिक्षकों व कर्मियों को शिक्षा विभाग ने वेतन कटौती का दंड दिया है। 9 से 13 अगस्त के निरीक्षण में बिना सूचना के गायब रहने वाले 18 जिलों के कुल 165 शिक्षकों-कर्मियों का ‘नो वर्क-नो पे’ के सिद्धांत पर वेतन कटौती का निर्णय माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने लिया है
सबसे अधिक रोहतास जिले के 67 शिक्षक व कर्मी 9 से 13 अगस्त के बीच अनुपस्थित पाए गए। मुंगेर के 16, लखीसराय के 10, पटना के 6, गया के 2, जहानाबाद के 1, औरंगाबाद के 11, मुजफ्फरपुर के 6, पूर्वी चंपारण के 6, शिवहर के 11, समस्तीपुर के 4, सहरसा के 6, पूर्णिया के 2, अररिया के 9, बांका के 1, शेखपुरा, खगड़िया और बेगूसराय के 2-2 शिक्षक व कर्मी गायब मिले।
प्रारंभिक स्कूलों में भी होगी नियमित मॉनिटरिंग
प्राथमिक शिक्षा निदेशक अमरेंद्र प्रसाद सिंह ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को सभी प्रारंभिक विद्यालयों में रोजाना मॉनिटरिंग का निर्देश दिया है। इस दौरान बच्चों के नामांकन व उनकी उपस्थिति, शिक्षकों की उपस्थिति, स्वच्छता, वर्गकक्ष का संचालन, कोविड-प्रोटोकॉल का पालन आदि को लेकर हर स्कूल की रोजाना रिपोर्ट आरडीडीई के माध्यम से प्राथमिक शिक्षा निदेशालय को भेजनी है।