Monday , January 20 2025

जेवर जहरीली शराब मामला: नोएडा और अलीगढ़ पुलिस में बढ़ी तकरार, ज्वाइंट एक्साइज कमिश्नर भेजेंगे रिपोर्ट

जहरीली शराब को लेकर गौतमबुद्ध नगर और अलीगढ़ के अधिकारियों में तकरार बढ़ती जा रही है। आबकारी विभाग और पुलिस द्वारा इस मामले में शासन को रिपोर्ट भेजकर पूरी स्थिति से अवगत कराया जा चुका है। संयुक्त आबकारी आयुक्त भी अपनी रिपोर्ट मुख्यालय भेजेंगे।

अलीगढ़ के आबकारी विभाग के अधिकारियों का दावा है कि यह शराब गौतमबुद्ध नगर जिले की थी, जिसे पीकर तीन लोगों की मौत हुई। इस शराब को भट्टा पारसौल से बेचा गया था जिसका क्यूआर कोड भी उन्होंने स्कैन किया है। जबकि गौतमबुद्ध नगर पुलिस और आबकारी विभाग का दावा है कि यह जहरीली शराब टप्पल कांड से जुड़ी है और वहीं पर कूड़े के ढेर में मिली थी। मौके से सारी शराब जेवर पुलिस उठाकर लाई थी। अलीगढ़ के अधिकारियों को मौके से कुछ नहीं मिला था। 

अपर आयुक्त कानून और व्यवस्था लव कुमार ने कहा कि अलीगढ़ के अधिकारियों का यह बयान पूरी तरह से गलत है कि यह शराब भट्टा पारसौल से बेची गई थी। उनके पास क्यूआर कोड को स्कैन करने के लिए कोई सैंपल नहीं था तो उन्होंने कहां से कोड स्कैन किया। घटना की जानकारी मिलने के बाद जेवर थाना पुलिस मौके पर गई थी और वहां से सारी शराब और अन्य सामान लेकर आ गई थी, जिस पर किसी तरह का कोई क्यूआर कोड नहीं था। 

मारे गए युवक अपना फोन घर पर रखकर जाते थे। इस मामले में तीनों मृतकों की मौत से पहले मजिस्ट्रेट के सामने दिए गए बयान, उनके साथ गए दो चश्मदीद विशाल और जाहिद के बयान भी अधिकारियों ने नोट किए हैं। मृतकों के परिजनों के बयान भी हैं, जिसमें वे बता रहे हैं कि युवकों को यह शराब कहां पर मिली थी। यह शराब उन्हें टप्पल के पास रजवाहे के किनारे ही कूड़े में मिली थी। हालांकि, अलीगढ़ के आबकारी विभाग के अधिकारी अभी भी इस शराब को गौतमबुद्ध नगर से संबंधित बता रहे हैं। 

संयुक्त आबकारी आयुक्त की टीम ने की जांच

जहरीली शराब के कारण हुई तीन मौतों के मामले में आबकारी विभाग ने भी जांच शुरू कर दी है। संयुक्त आबकारी आयुक्त महेंद्र सिंह के नेतृत्व में मेरठ से विभाग के अधिकारियों की टीम जिले में पहुंची थी। उन्होंने दो दिन तक मामले की जांच की। टीम ने घटनास्थल पर जांच करने के साथ ही मृतकों के परिजनों से भी बात की है और उनके साथियों से भी घटना के संबंध में भी जानकारी ली है। 

अन्य बिंदुओं पर भी जांच की है। संयुक्त आबकारी आयुक्त द्वारा अपनी जांच रिपोर्ट शासन को सौंपी जाएगी। जिला आबकारी अधिकारी आर.बी सिंह ने कहा कि संयुक्त आबकारी आयुक्त और उनकी टीम ने दो दिन जिले में जांच की है और वह अपनी रिपोर्ट तैयार मुख्यालय को देंगे। 

आबकारी, पुलिस और प्रशासन का संयुक्त सर्च अभियान चला

पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह और जिलाधिकारी सुहास.एल.वाई के निर्देश पर जेवर के पूरे इलाके में पुलिस, प्रशासन और आबकारी विभाग की संयुक्त टीमों द्वारा सर्च अभियान चलाया जा रहा है। अलीगढ़ से सटे सीमावर्ती इलाकों में विशेष जांच की जा रही है। यहां पर ठेकों की जांच के साथ ही शराब का अवैध कारोबार करने वालों के यहां पर भी दबिश दी जा रही है। 

लाउडस्पीकर द्वारा अवैध शराब का सेवन न करने और उसके नुकसान के बारे में जानकारी दी जा रही है। जनता से अपील की जा रही है कि वह आबकारी दुकानों से बिकने वाली वैध शराब ही पीएं। अवैध शराब के बारे में कोई भी जानकारी मिलने पर आबकारी विभाग, पुलिस अथवा जिला प्रशासन को तत्काल सूचना दें।