एक तरफ कल जब देश त्योहार मना रहा था तब बिहार में चयनित शिक्षक अभ्यर्थी नियुक्ति पत्र जल्द जारी करने की मांग को लेकर ट्वीटर पर एक अनूठा अभियान चला रहे थे। 90 हजार रिक्तियों के लिए छठे चरण की नियोजन प्रक्रिया के दो राउंड की काउंलिंग में चयनित इन अभ्यर्थियों ने हाथों में मेहंदी रचाकर सरकार से मांग की कि हाईकोर्ट के निर्देश का पालन करते हुए उन्हें जल्द से जल्द नियुक्ति पत्र जारी किए जाएं। शिक्षकों के ये ट्वीट रक्षाबंधन को दिन भर ट्रेंड करते रहे।
पिछले दो दिन से शिक्षक अभ्यर्थियों ने ट्वीटर पर # Bihar Teachers’s Appointment अभियान चला रखा है। इसके तहत वे मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री, शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव और अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों को टैग कर नियुक्ति पत्र जारी करने की मांग कर रहे हैं। रक्षाबंधन के मौके पर शुरू किए गए इस अभियान के तहत महिला अभ्यर्थी, हाथों पर हिना (मेहंदी) रचाकर अपनी मांग उठा रही हैं। ट्वीटर हैंडलर @ShikshaBihar ने कहा कि जब तक बिहार सरकार सभी चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र नहीं दे देती और तीसरे राउंड की काउंसलिंग की तारीख नहीं घोषित कर देती तब तक ट्वीटर पर ये अभियान खत्म नहीं होगा।
इस बारे में बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा, ‘कुछ शिक्षक अभ्यर्थियों ने मुझसे मुलाकात भी की है। मैंने उनसे कहा है कि चिंता करने की बिल्कुल जरूरत नहीं है। जो भी अभ्यर्थी चयनित हुए हैं उन्हें उनका नियुक्ति पत्र मिल जाएगा लेकिन इस प्रक्रिया को अभी पूरा होना है। तीसरे चरण की काउंसलिग के लिए प्रक्रिया चल रही है। सभी चयनित उम्मीदवारों को प्रमाण पत्रों की जांच के बाद हम एक साथ नियुक्ति पत्र जारी करेंगे ताकि नियुक्ति के बाद किसी किस्म की बाधा न आए।’ उन्होंने कहा कि सरकार शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर सतर्क है ताकि बाद में होने वाले विवादों की सम्भावना न हो, जैसा कि पूर्व में हो चुका है। दो महीने पहले बिहार स्कूल परीक्षा बोर्ड (बीएसईबी) द्वारा आयोजित माध्यमिक शिक्षक योग्यता परीक्षा (एसटीईटी) पास करने वाले विद्यार्थियों को लाठीचार्ज का सामना करना पड़ा था। यह स्थिति बीएसईबी द्वारा जारी मेरिट लिस्ट को लेकर एक भ्रम की वजह से सामने आई थी। बाद में मंत्री को यह स्पष्टीकरण देना पड़ा था कि एसटीईटी की मेरिट लिस्ट सिर्फ योग्यता के लिए है। विज्ञापन के प्रकाशन के साथ शुरू हुई प्रक्रिया के मुताबिक नियुक्ति के लिए मेरिट लिस्ट पंचायती राज संस्थाओं के स्तर नियुक्ति एजेंसियों द्वारा जारी की जाएगी। मेरिट लिस्ट बनाने में अनियमितताओं के सामने आने के चलते विभाग को पूर्व में पंचायत स्तर पर चार सौ नियुक्ति एजेंसियों की काउंसलिंग को रद्द करना पड़ा थाबाद में दूसरे चरण की काउंसलिंग के साथ इन अभ्यर्थियों की नए सिरे से काउंसलिंग कराई गई। अब कुछ अनियमितताएं सामने आई हैं। इस बीच विभाग करीब 22 जिलों में हुई काउंसलिंग की रिपोर्ट की प्रतीक्षा कर रहा है। यह रिपोर्ट इन सम्बन्धित जिलों से आनी है। रिपोर्ट के आने और प्रमाण पत्रों की जांच के बाद सभी अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र जारी कर दिए जाएंगे लेकिन यह प्रक्रिया अपनाना जरूरी है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि यह सब शिक्षकों की मदद के लिए ही हो रहा है ताकि उन्हें नियुक्ति के बाद किसी बाधा का सामना न करना पड़े। उन्होंने बताया कि माध्यमिक स्कूलों में 30 हजार शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया भी जल्द शुरू की जाएगी। राज्य सरकार सभी रिक्तियों को जल्द से जल्द भरना चाहती है ताकि स्कूलों को ठीक ढंग से चलाया जा सके।