घर बनाने के आम लोगों के सपने पर महंगाई की मार पड़ रही है। भरपूर स्टॉक होने के बाद भी बाजार में बालू दो गुना से अधिक मूल्य पर बिक रहा है। खनन विभाग की ओर से प्रति सीएफटी 45 सौ रुपये दर का निर्धारण किया गया था, लेकिन बाजार में बालू अभी प्रति सीएफटी आठ से 10 हजार रुपये के दर से बेचा जा रहा है।
जिला खनन पदाधिकारी का कहना है कि बालू का पर्याप्त भंडारण है। इसकी किल्लत नहीं है। बाजार में कैसे दोगुना दर पर बालू की बिक्री वजह से वह अनभिज्ञ हैं। जिन बालू लदे वाहनों के पास खनन चालान नहीं है, उसे जब्त कर लिया जा रहा है। इस दिशा में कार्रवाई चल रही है।
पटना जिले में 31 जगहों पर बालू का स्टॉक किया गया है। बरसात होने के कारण वर्तमान में बालू का खनन बंद है। 30 सितंबर तक बालू का खनन बंद रहेगा। खनन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस बीच बाजार में बालू की कीमत बढ़े नहीं या स्टॉक खत्म नहीं हो जाए। इसका पूरा प्रबंध किया गया है।
45 सौ रुपये प्रति सीएफटी बालू को उपलब्ध कराना है, लेकिन इसमें वाहनों का किराया बालू खरीदने वालों को ही देना है। इसीलिए बालू लदे वाहन चालक या मालिक किराया को मनमाने तौर पर ले रहे हैं। हालांकि, खनन विभाग ने स्टॉक सेंटर से गंतव्य स्थान पर ले जाने के लिए भी दर निर्धारित कर दिया है, लेकिन इसका अनुपालन बालू लदे वाहन चालक नहीं कर रहे हैं।