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सावन खत्म होते ही मांस-मछली की दुकानों पर उमड़ी भीड़, 450 रुपए प्रति किलो बिकी रेह

सावन का महीना खत्म होने के साथ ही मांस-मछली के दुकानों पर खरीदारों की भीड़ लगी। अहले सुबह से ही खरीदार मछली और मांस के दुकानों में पहुंचने लगे। मांस-मछली के खरीदारों की हालत यह रही कि सोमवार को बाजार समिति मछली थोक मंडी में लगभग दस हजार किलो मछली की बिक्री हो गई। 

बाजार समिति में थोक मछली विक्रेता डब्ल्यू कुमार कहते हैं कि मछली का रिकार्ड तोड़ कारोबार हुआ। समिति परिसर में मौजूद अधिकृत व अनधिकृत सौ गद्दियों में से प्रत्येक ने एक ट्रक से ज्यादा मछली बेची है। सोमवार को मछली का थोक मूल्य डेढ़ सौ से तीन सौ रुपये के बीच रही। पंगेशियस मछली 140 रुपये किलो, बर्फ वाला कतला 280 रुपये किलो, जिंदा रोहू साढ़े तीन सौ रुपये किलो और आंध्र प्रदेश का रेहू दो सौ रुपये किलो तक बिका है।

सुबह से ही लगी लाइनें

मांस-मछली के खरीदार सुबह पांच बजे से ही दुकानों पर जमा होने लगे। पटना सिटी के रामदास महतो मछली मार्केट के दुकानदार पिंटू कुमार ने कहा कि सुबह से ही बाजार खरीदारों से भरा हुआ था। कई दुकानों पर मछलियां दो से तीन घंटों में ही खत्म हो गई। खरीदारों की भीड़ के कारण मछलियों की कीमत भी चढ़ गई। बाजार में साढ़े चार सौ रुपये किलो तक रेहू की बिक्री हुई। इसी तरह खुदरा बाजार मुर्गा और मटन की भी खूब बिक्री हुई।महात्मा गांधी नगर के मुर्गा मांस विक्रेता विक्की कुमार कहते हैं कि सुबह से देर शाम तक लगभग दो सौ किलो मुर्गा मांस की बिक्री हुई है। मुर्गा व्यापारी राजन कुमार कहते हैं कि केवल कंकड़बाग और राजेन्द्र नगर इलाके में साढ़े तीन सौ से ज्यादा मुर्गा कारोबारी है। मुर्गा मांस के साथ ही मटन की भी काफी मात्रा में बिक्री हुई है।