राज्य में वर्षों से बंद पड़े आयुर्वेदिक कॉलेजों को फिर से खोला जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव और आयुष विभाग के ईडी को इसके लिए निर्देश जारी कर दिया है। मंत्री के निर्देश के बाद इसकी तैयारी शुरु हो गयी है। फिलहाल भागलपुर, दरभंगा और बक्सर के आयुर्वेदिक कॉलेजों को शुरु किया जाएगा।
स्वास्थ्य विभाग ने इसके तहत 3270 आयुर्वेदिक डॉक्टरों की बहाली की प्रकृया तेज कर दिया है। नियुक्ति के बाद इनकी तैनाती आयुर्वेदिक कॉलेजों और अस्पतालों में की जाएगी। राज्य के 55 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में वेलनेस सेंटर पर भी आयुर्वेदिक इलाज की सुविधा जनता को दी जाएगी। सरकार आयुर्वेद चिकित्सा को घर घर तक पहुंचाना चाहती है। आज हर घर के किचेन में मौजूद मशाले कई रोगों की दवा हैं। डॉक्टर की सलाह से लोगों को इसकी जानकारी होने से घर में रहकर भी स्वास्थ्य को ठीक रखने के साथ साथ छोटी मोटी बिमारियों का इलाज भी किया जा सकता है.