मुजफ्फरपुर में इस साल बारिश, बाढ़ और जलजमाव से खेती-बाड़ी में किसानों को बड़ा नुकसान हुआ है। जिला कृषि विभाग द्वारा सरकार को भेजी गयी रिपोर्ट के मुताबिक अबतक करीब 74 करोड़ रुपये कीमत की फसल के नुकसान का अनुमान लगाया गया है। यह आंकड़ा और बढ़ेगा क्योंकि कुछ प्रखंडों से रिपोर्ट अभी नही आई है और 15 सितम्बर तक बारिश की संभावना जताई जा रही है। करीब 54 हजार हेक्टेयर भूमि पर लगी फसल बाढ़ से प्रभावित हुआ है जिसमें नुकसान 33 प्रतिशत से ज्यादा है। मुख्य रुप से धान मक्का गन्ना और सब्जी की फसल को बारिश और बाढ़ ने क्षति पहुंचाया है। फसल क्षति का पंचायतवार आंकड़ा तैयार करके सरकार को भेजा गया है। जिले में इस साल मई माह में यास के असर से शुरु हुई बारिश का सिलसिला जारी है। जारी अगस्त माह में भी वर्षापात की रिपोर्ट सामान्य से 50 प्रतिशत अधिक है।
औराई और कटरा में सबसे ज्यादा नुकसान
सरकार ने जिला प्रशासन से फसल नुकसान का ब्योरा मांगा था। उसके बाद सभी प्रखंडों में प्रखंड कृषि पदाधिकारी के स्तर से पंचायतवार सर्वे कराया गया। रिपोर्ट के अनुसार सबसे अधिक नुकसान औराई और कटरा प्रखंडों में हुआ है। जिले के 16 में से 14 प्रखंडों से फसल क्षति की रिपोर्ट है जहां 33 प्रतिशत से ज्यादा क्षति का अनुमान है। जिला कृषि पदाधिकारी शिलाजीत सिंह ने बताया है कि अबतक की रिपोर्ट सरकार को भेज दी गयी है। लेकिन अभी भादो का महीना बचा हुआ है जब भारी बारिश का अनुमान लगाया जाता है। इसलिए नुकसान का आंकड़ा बढ़ने की आशंका है। इधर किसानों को हुई क्षति की भरपाई के लिए सरकार से मांग शुरु हो गयी है।
मुआवजे के लिए उठने लगी आवाज
मुशहरी प्रखंड प्रमुख पप्प कुमार की अध्यक्षता में प्रखंड मुख्यालय पर अनवरत अनशन और धरना प्रदर्शन जारी है जिसमें बड़ी संख्या में पंचायती राज जनप्रतिनिधि शामिल हैं।प्रखंड के सभी 16 पंचायतों को बाढ़ प्रभावित घोषित करते हुए फसल क्षति मुआवजा और बाढ़ से हुए नुकसान की भरपाई की मांग की जा रही है। दूसरी ओर औराई के सामाजिक कार्यकर्ता दीनबंधु क्रांतिकारी ने भी जिले के सभी किसानों के लिए बाढ़ और बरसात से हुए नुकसान के लिए मुआवजे की मांग करते हुए आन्दोलन की चेतावनी दी है।