बिहार में सोमवार को कोरोना के आठ नए मरीजों की पहचान हुई है। इसके पूर्व 21 अगस्त को भी राज्य में आठ नये संक्रमित मिले थे जबकि 22 अगस्त को 20 नये संक्रमितों की पहचान हुई थी। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार राज्य के 31 जिलों में एक भी नये संक्रमित नहीं मिले। सात जिलों में ही संक्रमितों की पहचान हुई। इस बीच भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी ने चेताया है कि बिहार में कोरोना की तीसरी लहर का खतरा अभी टला नहीं है।
उन्होंने कहा कि देश में 160 दिन बाद कोरोना संक्रमण के नए केस सबसे कम मिले, लेकिन तीसरी लहर का खतरा टला नहीं है। लोगों को मास्क लगाने, सफाई रखने और दूरी बरतने जैसे कोविड – नियमों का पालन करने में जरा भी लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। सोमवार को ट्वीट कर भाजपा सांसद ने कहा कि अनलॉक की प्रक्रिया तेज होने और त्योहारों की शुरुआत के साथ यदि भीड़ बढ़ी तो संक्रमण बढ़ सकता है। इसलिए जनता को भी अपनी जिम्मेदारी के प्रति ज्यादा जागरूक रहना होगा। जिन्होंने वैक्सीन की दूसरी डोज नहीं ली है, उन्हें समय पर टीका लेना चाहिए।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिसास्टर मैनेजमेंट ने इस साल अक्टूबर में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका प्रकट की है। गृह मंत्रालय की एक समिति ने प्रधानमंत्री कार्यालय को संक्रमण का खतरा बढने को लेकर सतर्क किया है। अगली लहर से बच्चों के संक्रमित होने की आशंका को देखते हुए सरकार 23 हजार करोड़ का पैकेज जारी कर चुकी है ताकि बच्चों के लिए आइसीयू, बेड और ऑक्सीजन की कमी न पड़े।
कहां मिले, कितने मरीज
सोमवार को दरभंगा में सर्वाधिक दो और जमुई, पटना, समस्तीपुर, शेखपुरा, सीतामढी व वैशाली में 1-1 नये संक्रमितों की पहचान हुई। पिछले 24 घंटे में राज्य में 88,431 सैंपल की कोरोना जांच हुई और संक्रमण दर 0.00 फीसदी दर्ज किया गया। इस दौरान 36 संक्रमित मरीज इलाज के बाद स्वस्थ हो गए, जबकि एक संक्रमित मरीज की मौत हो गयी। राज्य में कोरोना संक्रमितों के स्वस्थ होने की दर 98.63 फीसदी रही। राज्य में वर्तमान में कोरोना के 111 सक्रिय मरीज इलाजरत हैं। कोरोना की पहली व दूसरी लहर के दौरान अबतक राज्य में 7,25,596 संक्रमितों की पहचान हो चुकी है, जबकि इनमें से अबतक 7,15,834 स्वस्थ हो चुके हैं। 9650 संक्रमितों की मौत हो चुकी है।