जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम के टेस्ट कप्तान सीन विलियम्स ने आयरलैंड के खिलाफ होने वाली सीरीज के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट को छोड़ने का फैसला किया है। विलियम्स ने अपने इस फैसले से टीम मैनेजमेंट को भी अवगत करा दिया है। विलियम्स ने इंटरनेशनल किकेट को छोड़ने के पीछे बायोबबल थकान और अनिश्चित भविष्य को बताया है। उन्होंने साथ ही कहा है कि जिस तरह से जिम्बाब्वे में क्रिकेट आगे बढ़ रहा है, उससे वह खुश नहीं हैं। विलियम्स ने इससे पहले, अपने नेशनल सिलेक्टर्स से उनको रेस्ट देने को कहा था और आयरलैंड के खिलाफ होने वाली पांच मैचों की टी20 और स्कॉटलैंड के खिलाफ होने वाली टी20 सीरीज के लिए उनके नाम पर विचार नहीं करने को कहा था। हालांकि टेस्ट कप्तान ने अब कहा है कि वह आयरलैंड के खिलाफ होने वाली टी20 के बाद तीन मैचों की वनडे सीरीज के लिए टीम सिलेक्शन के लिए उपलब्ध रहेंगे। ‘ईएसपीएनक्रिकइन्फो’ की रिपोर्ट के अनुसार, 34 साल के विलियम्सन अपनी टीम के साथ आयरलैंड दौरे पर नहीं गए हैं और अब वह छह दिन बाद आयरलैंड का दौरा करेंगे। उन्होंने 2005 में इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था। उसके बाद से उन्होंने जिम्बाब्वे के लिए 14 टेस्ट, 136 वनडे और 47 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं। विलियम्स ने इस दौरान अपने करियर में अब तक आठ सेंचुरी और 41 अर्धशतक लगाए। उन्होंने सभी फॉर्मेट में अब तक 5,937 रन बनाए हैं। विलियम्सन ने इसके अलावा 125 विकेट भी अपने नाम किए हैं। जिम्बाब्वे का टेस्ट कप्तान के बाद से विलियम्स की बल्लेबाजी में सुधार देखने को मिली है और कप्तान के रूप में अपने चार में से तीन शतक जड़े हैं। विलियम्स ने साथ ही सितंबर 2019 में पहली बार टी20 त्रिकोणीय सीरीज में जिम्बाब्वे का प्रतिनिधित्व किया था। आयरलैंड और स्कॉटलैंड दौरों पर होने वाली लिमिटेड ओवरों की सीरीज के लिए क्रेग एर्विन को टीम का कप्तान बनाया गया है। एर्विन 2020 की शुरुआत के बाद से चामू चिभाभा, ब्रेंडन टेलर, सिकंदर रजा और सीन विलियम्स के बाद जिम्बाब्वे की कप्तानी करने वाले पांचवें खिलाड़ी हैं।