परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को जल्द ही निशुल्क किताबें मिलेंगी। बेसिक शिक्षा विभाग 15 सितंबर तक सभी स्कूलों में किताबें वितरित कराएगा। नया सत्र एक अप्रैल से शुरू हो गया है, लेकिन इस बार अभी तक परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को किताबें नहीं मिल सकी है। इसका मुख्य कारण कोरोना संक्रमण रहा है। संक्रमण के चलते जहां एक तरफ बच्चों की पढ़ाई पूरी तरफ बाधित रही है, तो वहीं निशुल्क किताबे भी नही मिल सकी। ऐसे में बच्चों को पढ़ाई करने में परेशानियां भी उठानी पड़ी।
15 सितंबर तक स्कूलों में किताबों का वितरण
जनपद गौरतमबुद्ध नगर में बेसिक शिक्षा परिषद के 571 विद्यालय है। इन विद्यालयों में करीब 99 हजार बच्चे कक्षा एक से लेकर कक्षा आठ तक की कक्षाओं में पढ़ाई कर रहे है। बेसिक शिक्षा अधिकारी डीके सक्सेना ने बताया कि शासन की ओर से सभी विषयों की किताबें जनपद में आ गई है। सभी स्कूलों को किताबें पहुंचाई जा रही है। कुछ विद्यालयों में कक्षा छह से कक्षा आठ तक छात्र-छात्राओं को किताबें वितरित भी की गई हैं। जल्द ही अन्य कक्षाओं के बच्चों को भी सभी किताबें मुहैया करा दी जाएगी।
किताबें न होने से बच्चों को पढ़ाई करने में हो रही परेशानियां
परिषदीय विद्यालयों में पढ़ाई करने वाले करीब 90 प्रतिशत बच्चों के पास स्मार्टफोन नहीं है। जिसके चलते वे संक्रमण काल में ऑनलाइन पढ़ाई भी घर बैठने नहीं कर सकते है। वहीं शिक्षा विभाग सत्र शुरु होने के छह माह बाद भी इन बच्चों को किताबें मुहैया नहीं करा सका है। ऐसे में अभिभावक विभाग पर लापरवाही का आरोप भी लगा रहे है। जो सही भी है। जिसके चलते परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को पढ़ाई करने में परेशानी उठानी पड़ रही थी। किताबें मिलने के बाद बच्चे आसानी से पढ़ाई कर सकेंगे।