तीन दिनों से हो रही बारिश से कोसी और सीमांचल में नदियों का जलस्तर फिर बढ़ने लगा है। कोसी नदी का जलस्तर बढ़ने से सुपौल के कुछ प्रखंडों में नदी का पानी सड़क पर बहने लगा है।
सुपौल जिले में भी कोसी नदी में पानी का डिस्चार्ज लगातार बढ़ रहा है। रविवार को शाम 5 बजे बराज पर पानी का डिस्चार्ज 2 लाख 69 हजार क्यूसेक पहुंच गया। कोसी नदी में पानी बढ़ने का असर कई प्रखंडों पर दिख रहा है। किशनपुर प्रखंड में कई जगह सड़क पर पानी चढ़ जाने से कई गांव का प्रखंड मुख्यालय से संपर्क कट गया है। निर्मली और मरोना में भी यही हाल है। कोसी के साथ-साथ तिलयुगा, खड़क और बलान नदी का पानी खेतों में फैलने से धान की फसल डूब गई है।
सहरसा जिले में भी कोसी के जलस्तर में वृद्धि हो रही है। कई गांव में पानी प्रवेश कर गया है।अररिया जिले में कई दिनों से लगातार हो रही बारिश व नेपाल से पानी आने के बाद जिले होकर बहने वाली कमोवेश सभी नदियों के जलस्तर में वृद्धि हुई है। नूना, बकरा, रतवा, परमान सहित भलुआ, लोहंदरा, बरजान आदि नदियों के जलस्तर में वृद्धि होने से तटवर्ती इलाके के लोगों में दहशत है। पलासी प्रखंड होकर बहने वाली बकरा नदी का पानी अभी भी एक दर्जन गांव के निचले इलाकों में फैला है।आधा दर्जन ग्रामीण सड़कों पर पानी बह रहा है। सिकटी के पड़रिया में अभी भी नूना नदी का पानी बह रहा है। फारबिसगंज प्रखंड होकर बहने वाली परमान नदी के उफान पर आने से लोग खौफजदा हैं।