विभूतिखंड मंत्री आवास के पास स्थित होटल मीना-इन में प्रॉपर्टी डीलर रजत सिंह की पीटकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पिता ने होटल संचालक के दो बेटों सहित तीन नामजद व तीन अज्ञात के खिलाफ हत्या व साजिश रचने का केस दर्ज कराया है। आरोप है कि रजत ने चरस व अफीम की तस्करी से मना कर दिया तो उसकी पीटकर हत्या कर दी गई। वारदात के बाद वीडियो बनाकर उसे लोहिया अस्पताल में लावारिस हालत में छोड़कर फरार हो गए।
प्रभारी निरीक्षक विभूतिखंड चंद्रशेखर सिंह के मुताबिक, चिनहट के सपना सिटी कॉलोनी निवासी हरि सिंह का बेटा रजत सिंह प्रॉपर्टी का काम करता था। उसके ताल्लुकात होटल मीना-इन के संचालक के दो बेटों जतिन व अनमोल और उसके दोस्त सुलभ सिंह से थे। आरोप है कि इन तीनों ने तीन अन्य दोस्तों के साथ मिलकर रजत की हत्या की साजिश रची। उसे बृहस्पतिवार तड़के तीन बजे कॉल कर होटल पर बुलाया। इसके बाद से ही वह लापता हो गया। हरि सिंह के मुताबिक, जब वह होटल मीना-इन पहुंचे तो रजत की स्कूटी वहीं पर खड़ी थी। इस संबंध में उन्होंने होटल संचालक के बेटे अनमोल से पूछताछ की। लेकिन उसने जानकारी देने से इनकार कर दिया। अनमोल से बृहस्पतिवार को दिन में कई बार बातचीत की। होटल के कर्मचारियाें ने भी जानकारी देने से इनकार कर दिया।
स्मैक तस्करी के लिए बना रहे थे दबाव
हरि सिंह ने आरोप लगाया कि जतिन व अनमोल नशे के अवैध कारोबार में संलिप्त है। रजत से भी वह स्मैक की तस्करी करवाना चाहते थे। 27 अगस्त को उस पर चरस व स्मैक लाने के लिए दबाव बना रहे थे। इनकार करने पर होटल के कमरे में ही उनके बेटे को पीटकर मरणासन्न कर दिया। इसके बाद लोहिया अस्पताल में लावारिस हालत में छोड़कर भाग गए। उधर रजत के बड़े भाई देवेंद्र ने आरोप लगाया कि होटल मीना-इन में नशे का काला कारोबार धड़ल्ले से चलता है। इसे स्थानीय पुलिस भी संरक्षण देती है।
सिर पर गहरा घाव, बिसरा सुरक्षित
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में रजत के सिर के दाहिने तरफ काफी गहरा चोट का निशान मिला है। चिकित्सकों के मुताबिक, किसी भारी चीज से वार किया गया है। शरीर में विषाक्त पदार्थ के भी संकेत मिले हैं। चिकित्सकों ने बिसरा सुरक्षित कर जांच के लिए भेज दिया है। चिकित्सकों के मुताबिक, रजत खुद नशे में था। इसलिए मारपीट के दौरान विरोध नहीं कर सका होगा। इसी कारण शरीर पर ज्यादा चोट के निशान नहीं मिले हैं।
होटल मीना इन में चलता है नशे का कारोबार
रजत के भाई देवेंद्र ने बताया कि अनमोल और जतिन ही होटल मीना इन का पूरा करोबार संभालते हैं। दोनों भाई शहर में मादक पदार्थों की आपूर्ति करते हैं। होटल में हर तरह का नशा लोगों को उपलब्ध कराया जाता है। इसलिए गोमतीनगर में रहने वाले ज्यादातर रईसों के लड़के यहां रूम बुक करवाकर ठहरते हैं। रजत पहले इस होटल में चरस और अफीम की सप्लाई करता था। लेकिन परिवार के विरोध की वजह से इस काले कारोबार से दूर हो गया। इसकेबाद प्रॉपर्टी का काम शुरू कर दिया था। आरोप है कि नशे का सारा सामान चरस, स्मैक व अफीम बाराबंकी से मंगाया जाता है। रजत ही उसे उपलब्ध कराता था। उसने कुछ महीने पहले बाराबंकी के हैदरगढ़ में कुछ जमीन एग्रीमेंट करवाया । इसकी जानकारी होने पर जतिन फिर से चरस का धंधा शुरू करने के लिए रजत पर दबाव बना रहा था। इसके लिए ही उसे पार्टी में शामिल होने का झांसा देकर पार्टी में बुलाया गया था।
एक साल तक रहा है जेल में
प्रभारी निरीक्षक विभूतिखंड चंद्रशेखर सिंह के मुताबिक, रजत चरस, अफीम व गांजा का तस्करी करता था। उसे चिनहट थाने से पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उसके पास से भारी मात्रा में चरस व अफीम बरामद हुआ था। इसके बाद एक साल तक वह जेल में रहा। रजत के पिता हरि सिंह की तहरीर पर अनमोल, जतिन और सुलभ सिंह और तीन अज्ञात के खिलाफ हत्या व साजिश रचने का केस दर्ज कर लिया गया है। आरोपियों की तलाश में रविवार को सात संभावित ठिकानों पर दबिश दी गई है।
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