पटना के प्रज्ज्वल ने ट्रूकॉलर की तर्ज पर भारत कॉलर एप बनाया है। पंद्रह अगस्त को लॉन्च यह एप तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। बीते पंद्रह दिनों में ही करीब डेढ़ लाख लोगों ने इसे अपने मोबाइल में डाउनलोड कर लिया है। प्रज्ज्वल का सबसे बड़ा मकसद देश के मोबाइल उपभोक्ताओं की गोपनीयता को सुरक्षित रखना है।
राजधानी पटना के मीठापुर निवासी प्रज्ज्वल बेंगलुरू से बीटेक और आईआईएम से एमबीए कर चुके हैं। उन्होंने बारहवीं तक की पढ़ाई शास्त्रीनगर डीएवी (बीएसईबी) से की। उनके पिता ज्योति कुमार सिन्हा सेवानिवृत्त बैंक अधिकारी हैं। 33 वर्षीय प्रज्ज्वल सिन्हा को पिछले साल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्टार्टअप के लिए राष्ट्रीय अवार्ड दिया था। सरकारी नौकरी की तैयारी करने वाले युवाओं के लिए ऑनलाइन टेस्ट सीरीज के स्टार्टअप के लिए यह सम्मान दिया गया था।
इस साल जनवरी में प्रज्ज्वल के दिमाग में देसी एप तैयार करने का आइडिया आया। जून के पहले सप्ताह में आगरा के कुणाल और बनारस की रंजीता के सहयोग से उन्होंने इस पर काम शुरू किया। तीन महीने में यह एप तैयार हो गया। 15 अगस्त को इसे लॉच कर दिया गया। प्रज्ज्वल ने बताया कि देश की सुरक्षा को ध्यान में रखकर भारतीय सेना ने एक प्रतिष्ठित एप को पिछले साल प्रतिबंधित कर दिया था। इसी से उनके दिमाग में देसी एप विकसित करने का आइडिया आया।प्रज्ज्वल सिन्हा ने भारत कॉलर एप लोगाों कीआवश्यकता को ध्यान में रखकर बनाया गया है, ताकि उपभोक्ताओं की गोपनीयता सुरक्षित रहे और विकल्प भी मिल जाए।
बनी रहती है यूजर की गोपनीयता
प्रज्ज्वल बताते हैं भारत कॉलर एप किसी भी यूजर का कांटैक्ट अपने सर्वर पर अपलोड नहीं करता है। इससे यूजर की गोपनीयता बनी रहती है। भारत कॉलर एप यूजर के कॉल आने पर उस नम्बर को अपने सर्वर पर खोजता है। उसके आधार पर नाम बताता है। अभी नौ विशेषज्ञ भारत कॉलर एप को संचालित कर रहे हैं। इसे प्रमोट करने के लिए सरकार से बातचीत चल रही है।