भागलपुर में रुपयों की निकासी नहीं होने से परेशान परिजनों ने बुधवार दोपहर बैंक ऑफ बड़ौदा की मथुरापुर शाखा के सामने वृद्ध का शव रख हंगामा किया। हंगामे के दौरान उग्र ग्रामीणों व बैंक मैनेजर के बीच हाथपाई भी हुई। बाद में शाखा प्रबंधक प्रवीण कुमार ने नाथनगर थाने में लिखित शिकायत की है कि बैंक में जबरन घुसकर शव लेकर हंगामा किया व शाखा प्रबंधक को बाहर ले जाकर हाथापाई की।
आवेदन में सुरक्षा के दृष्टिकोण से पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति करने की मांग की गई है। परिजनों का आरोप है कि गोसाईंदासपुर पंचायत की मथुरापुर स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा के खाताधारक गणेश मंडल की तबीयत दो साल से खराब थी। मंगलवार सुबह तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इस बीच इलाज के लिए पैसे की जरूरत होने पर गणेश के पुत्र पप्पू मंडल ने पिता से निकासी फॉर्म पर अंगूठे का निशान लगवाकर पैसा निकालने बैंक पहुंच गया। वहां बैंक प्रबंधन ने राशि देने से मना कर दिया। बेटे का कहना है कि उन्होंने बैंक प्रबंधन से काफी मिन्नतें की और पिता की हालत भी बताई।
इसके बाद उनसे कहा गया कि वार्ड सदस्य या मुखिया से लिखवाकर लाएं। बेटे ने बताया कि वह ग्रामीण जनप्रतिनिधि के लेटर पैड पर लिखवाकर फिर पैसे निकालने को बैंक पहुंचा लेकिन इस बार भी बैंक अधिकारी ने उसे पैसे देने से मना कर दिया। वार्ड सदस्य पिंकू पासवाल ने भी बताया कि बैंक ने रुपये नहीं दिए।
इस बीच, इलाजरत वृद्ध की अस्पताल में मौत हो गई। बुधवार सुबह 11 बजे जब शवयात्रा को लेकर परिजन घर से निकले तो बैंक के नजदीक पहुंचकर उन्होंने दाह संस्कार के लिए बैंक मैनेजर से पैसे खाते से निकालकर देने को कहा। इस दौरान राशि नहीं मिलने से नाराज ग्रामीण व परिजन उग्र हो गए और शव को बैंक के बाहर रखकर नारेबाजी करने लगे।
कहा जा रहा है कि ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए प्रबंधक ने उसके निकासी फॉर्म पर 50 हजार रुपए निर्गत कर परिजन को दे दिए। वृद्ध के खाते में कुल 53 हजार रुपये होने की बात कही जा रही है। इसके बाद मृतक का सुल्तानगंज गंगा घाट पर अंतिम संस्कार हो पाया।
घटना को लेकर शाखा प्रबंधक ने मीडिया से कोई बात नहीं की। लोगों ने बताया कि पांच दिन पहले भी राशि की निकासी बैंक द्वारा नही देने का विरोध करते हुए बाढ़ पीड़ितों ने प्रदर्शन किया था।
जबरन नगद निकासी व हाथापाई करने का लगाया आरोप
शाखा प्रबंधक प्रवीण कुमार ने पुलिस से शिकायत की है कि उसके साथ मारपीट की गई है। आवेदन में दो सितंबर से पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की मांग की गई है। आवेदन में लिखा है कि बुधवार सुबह कुछ लोग शाखा के अंदर घुस आए। पार्थिव शरीर को बैंक के मुख्य गेट पर रखकर काम में व्यवधान किया। लोग शाखा प्रबंधक के केबिन में घुस गए और हाथापाई शुरू कर दी और गाली-गलौज की।
परिजनों ने जबरन मृतक के खाते से 50 हजार की राशि निकासी करायी जो कानून के खिलाफ है। भय का माहौल होने से कर्मियों द्वारा उन्हें पैसा भुगतान किया गया। 31 अगस्त को भी वार्ड सदस्य के साथ मृतक के परिजनों व कुछ ग्रामीणों ने शाखा पहुंचकर पैसे की निकासी करने का दबाव बनाया था। नाथनगर इंस्पेक्टर ने बताया कि लिखित शिकायत मिली है। जांचोपरांत कार्रवाई की जाएगी।