बिहार के पूर्णिया के 30 से अधिक दुर्दांत अपराधी इस बार पंचायत चुनाव में अपना भाग्य आजमाने की तैयारी कर रहे हैं । इनमें से कई ऐसे अपराधी हैं जो दर्जनों बार जेल की हवा खा चुके हैं और उन पर हत्या, लूट, डकैती, अपहरण जैसे दर्जनों गंभीर मामले का ट्रायल भी न्यायालय में चल रहा है। पूर्णिया पूर्व के प्रखंड के रहने वाले एक पूर्व मुखिया (कुख्यात अपराधी) कुछ दिन पहले ही जेल से निकले हैं।
अब वह लाव लश्कर के साथ पंचायत चुनाव की तैयारी कर रहे हैं, जबकि उनके ऊपर दर्जनों की संख्या में गंभीर मामलों के केस दर्ज हैं। इसी तरह जिले के कई ऐसे प्रखंड है जहां से चुनाव लड़ने की तैयारी कई कुख्यात अपराधी कर रहे हैं । दिलचस्प बात यह है कि कुछ अपराधी जेल से ही चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं और इस मामले को लेकर जेल प्रशासन से अपने आदमियों से बात करने और रणनीति बनाने को लेकर विशेष समय भी मांग रहे हैं।
हालांकि केंद्रीय कारा प्रशासन के द्वारा इस तरह की किसी भी मांग को मानने से मना कर दिया है और केंद्रीय कारा के आसपास सुरक्षा व्यवस्था और भी कड़ी कर दी गई है। कई अपराधी इस बात का भी इंतजार कर रहे हैं कि कब तक जिला प्रशासन के द्वारा सीसीए लगाने की सूची जारी की जाती है । कई अपराधी ऐसे हैं जिन पर प्रत्येक विधानसभा लोकसभा और पंचायत चुनाव के दौरान सीसीए का प्रस्ताव जिला प्रशासन के द्वारा भेजा जाता है। कहीं ऐसा नहीं कि ऐसे अपराधियों के चुनाव लड़ने के मंसूबे पर पानी फिर जाए।पंचायत चुनाव की डुगडुगी बजने के साथ ही प्रशासन के द्वारा शराब, हथियार और असामाजिक तत्वों पर विशेष नजर रखने का काम शुरू कर दिया गया है। पूर्व में ही सीआईडी के द्वारा पुलिस विभाग को इस आशय की गुप्त सूचना दी गई थी कि पंचायत चुनाव के मद्देनजर अमूमन सभी जिले में शराब और हथियार की मांग में काफी इजाफा हुआ है। इस पर स्थानीय जिले के पुलिस अधीक्षक को विशेष निगरानी करने की जरूरत है, ताकि पंचायत चुनाव रक्त रंजित नहीं हो । यही वजह है कि पंचायत चुनाव की डुगडुगी बजने के पूर्व से ही जिला प्रशासन और स्थानीय जिले के पुलिस अधीक्षक के द्वारा संयुक्त रुप से रणनीति बनाकर कार्रवाई करना शुरू कर दिया गया है। धारा 107 के तहत कार्रवाई के अलावा गुंडा परेड, गुंडा पंजी तैयार करने समेत अपराधियों को चिन्हित कर उन पर सीसीए लगाई जा रही है। ताकि पंचायत चुनाव के दौरान किसी भी तरह कोई व्यवधान नहीं हो पाए।
भयमुक्त वातावरण में होगा पंचायत चुनाव
पुलिस अधीक्षक दयाशंकर ने बताया कि भयमुक्त वातावरण में पंचायत चुनाव होगा और किसी भी सूरत में असामाजिक तत्व के लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने बताया कि थानावार अपराधियों की सूची के अलावा कई अन्य तरह के गुप्त काम पुलिस की टीम के द्वारा किए जा रहे हैं। किसी भी तरह की गड़बड़ी की सूचना मिलने पर त्वरित कार्रवाई की जा रही है। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि प्रत्येक थाना क्षेत्र के अपराधियों के सभी गतिविधि पर पुलिस की टीम के द्वारा नजर रखी जा रही है । इस मामले में जो भी एहतियातन कार्रवाई है उसे की जा रही है।
सीमाई इलाकों के जिलों पर विशेष नजर
सीमाई जिलों के इलाकों पर विशेष नजर रखी जा रही है । दस दिन पूर्व पूर्णिया प्रक्षेत्र के आईजी के साथ पूर्णिया , अररिया , कटिहार और किशनगंज एसपी के साथ बैठक कर एटीएस के एडीजी ने कई तरह के दिशा निर्देश दिए थे । इस मामले को आईजी सुरेश प्रसाद चौधरी के द्वारा मूर्त रूप भी दिया जाने लगा है । आईजी ने बताया कि पंचायत चुनाव के मद्देनजर नेपाल सीमा , पश्चिम बंगाल, बांग्लादेश बॉर्डर के अलावा झारखंड सीमा के भी पदाधिकारियों के साथ बॉर्डर मीटिंग करने की तैयारी की जा रही है। इस मामले को लेकर संबंधित आसपास के जिले के पुलिस अधीक्षक को दिशा निर्देश दिए जा चुके हैं । पंचायत चुनाव में किसी भी तरह की गड़बड़ी नहीं हो इसको लेकर व्यापक रूप से रूपरेखा तैयार की जा रही है।
मुंहमांगे दाम पर बिकने लगी शराब
पंचायत चुनाव की अधिसूचना जारी होते ही शराब की डिमांड इस तरह बढ़ी है कि तस्करों को मुंह मांगे दाम मिल रहे हैं। पंचायत चुनाव में शराब की मांग अधिक होने की वजह से तस्कर भी इन दिनों सक्रिय हो गए हैं और वह सड़क मार्ग के अलावा कई अन्य तरह के रास्तों का भी प्रयोग शराब की खेप को लाने के लिए कर रहे हैं। इस संदर्भ में जिला मद्य निषेध प्रभारी इंस्पेक्टर राज किशोर शर्मा ने बताया कि देसी शराब पर भी विशेष नजर रखी जा रही है। ताकि किसी भी इलाके में गड़बड़ी की कोई गुंजाइश नहीं रहे। उन्होंने बताया कि सूचना मिलने पर तुरंत छापेमारी कर कार्रवाई की जा रही है।