शाजापुर। कर्ज से परेशान होकर शाजापुर जिला मुख्यालय से तीन किलोमीटर दूर स्थित ग्राम सांपखेड़ा निवासी पिता-पुत्री ने जहर खा लिया। जिससे दोनों की मौत हो गई। मृतक ईश्वर सिंह की पत्नी भी जहर खाकर जान देने वाली थी किंतु बेटे ने जहर की पुड़िया छीन ली, जिससे वह बच गई। जानकारी अनुसार खेती में साझेदार दोस्त द्वारा फसल के बराबर हिस्से-बाटे ना करने और कर्ज लौटाने से इनकार करने को लेकर परिवार परेशान था। इसे लेकर दो दिन पहले साझेदार से उनका विवाद भी हुआ था। इसी के बाद ईश्वर सिंह ने साझेदार को उसके माथे आत्महत्या कर लेने की बात भी कही थी।
गुरुवार सुबह घर के ईश्वर सिंह ने जहर खा लिया और पत्नी के लिए पुड़िया रखकर घर से बाहर निकल गया। पिता द्वारा उठाए गए इस कदम से आहत होकर बेटी ने भी जहर खा लिया। दोनों को गंभीर हालत में जिला अस्पताल लाया गया। जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। मामले में कोतवाली पुलिस जांच कर रही है। पिता-पुत्री के शव पोस्टमार्टम के बाद स्वजन को सौंप दिए गए। मामले की जांच में जुटी महिला एसआइ रविता चौधरी का कहना है कि शुरुआती जांच में ईश्वर सिंह की पत्नी लक्ष्मी बाई ने बताया है कि खेती के लिए कर्ज लिया था। साथ ही खेती में साझेदार दोस्त भी बराबर हिस्से नहीं कर रहा था और कर्ज लौटाने से इनकार कर रहा था। इसके अलावा कुछ माह पहले उनका बेटा भी घर से चला गया था। इन हालातों को लेकर वह परेशान होकर उन्होंने यह कदम उठाया है।
यह है पूरा मामला
शाजापुर निवासी सुशील अग्रवाल की चार बीघा जमीन ग्राम सांपखेड़ा में है। इस जमीन को लीज पर सांपखेड़ा के ईश्वर सिंह एवं गुड्डू खां ने सब्जी बोने के लिए ली थी। चार महीने पहले इस जमीन को लीज पर लेकर दोनों ने सब्जी बोई और जब सब्जी की फसल तैयार हो गई तो गुड्डू खां और ईश्वर सिंह के बीच विवाद होने लगे। गुड्डू खा ईश्वरसिंह को खेत पर नहीं आने दे रहा था। वह अकेले खेत से सब्जी तोड़कर बेच रहा था, जिसके चलते ईश्वर सिंह और उसका पूरा परिवार कर्ज से परेशान था। कर्ज से परेशान परिवार ने जहर खाकर जान देने का निर्णय लिया और बाजार से जहर खरीदकर लाया। गुरुवार सुबह ईश्वर सिंह पिता पिता केशव सिंह उम्र 40 वर्ष एवं उसकी बेटी खुशबू उम्र 16 वर्ष ने जहर खा लिया। ईश्वर सिंह की पत्नी जहर खाती उसके पहले ही उसका बेटा जहर की पुड़िया लेकर भाग गया। जिससे मां लक्ष्मी बाई और बेटा विशाल दोनों बच गए।