बिहार में एक ऐसी परीक्षा हुई है जिसका 7 साल बाद परिणाम नहीं निकला है। आंदोलन और धरना प्रदर्शन के बाद अब अभ्यर्थी अमरण अनशन की तैयारी कर रहे हैं। गुरुवार को गर्दनीाबग में धरना प्रदर्शन के बाद अब चेतावनी भूख हड़ताल से सरकारी की चुप्पी ताेड़ने की तैयारी की जा रही है। कैंडीडेट्स लगातार बीएसएससी (BSSC) प्रथम इंटर स्तरीय बहाली-2014 को जल्द करने की मांग कर रहे हैं।
गर्दनीबाग में आंदोलन
प्रथम इंटर स्तरीय बहाली को जल्द पूरा करने को लेकर अभ्यर्थियों का आंदोलन जारी है। गुरुवार को गर्दनीबाग धरनास्थल पर महा आंदोलन किया गया। इस दौरान जमकर बवाल मचा। कई राजनीतिक दलों ने भी इस धरना प्रदर्शन का समर्थन किया है। कैंडीडेट्स का कहना है कि उनका आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक इस एग्जाम का परिणाम सामने नहीं आ जाता है और बहाली की प्रक्रिया पूरी नहीं कर दी जाती है।
ऐसे 7 साल से खिंच रहा है मामला
बिहार कर्मचारी चयन आयोग (BSSC – बीएसएससी) ने 2014 मे बिहार के सभी जिलों के विभिन्न विभागों के लिए 13120 पदों पर बहाली निकाली थी, लेकिन सात साल बीत जाने के बाद भी बहाली पूरी नही हुई है। इससे छात्रों मे काफी आक्रोश है। अतुल, निधि, प्रियंका, अंबर, आनंद, सौरभ,विकास, चंदन,हुसैन,विवेक, मनिष, विनोद, पंकज, राजेश, राजू, अजय ,गौरव और सुनील सहित अन्य कैंडीडेट्स का कहना है कि बहाली मे लेटलतीफी के कारण वह काफी हताश और तनावग्रसत रह रहे हैं। CM से मांग की जा रही है कि इस बहाली को जल्द पूरी करवाएं क्योंकि सात साल पहले ये बहाली आई थी और अभी तक पूरी नही हुई है।
काउंसलिंग कराकर रिजल्ट जारी किया जाए
छात्रों की मांग है कि काउंसलिंग के लिए रैंक लिस्ट जल्द जारी की जाए और जल्द काउंसलिंग करवाकर फाइनल मेरिट लिस्ट घोषित किया जाए, फर्जी अभ्यर्थियों को बाहर किया जाए और फर्जीवाड़ा की निष्पक्ष जांच कराकर कार्रवाई की जाए। राष्ट्रीय छात्र एकता मंच के अध्यक्ष छात्र नेता दिलीप कुमार का कहना है कि सात साल मे एक बहाली को पूरा न करना बहुत बड़ा अपराध है।
50 हजार से अधिक कैंडीडेट्स को तनाव
दिलीप का कहना है कि पचास हजार से ज्यादा परीक्षार्थी दिन-रात मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रहे हैं। हजारों ऐसे स्टूडेंट्स हैं जिनकी उम्र इन सात सालों मे समाप्त हो गई और अब वे किसी भी सरकारी नौकरी के लिए फॉर्म नही भर सकते। इसलिए सरकार और आयोग को इस पर गंभीरता पूर्वक विचार करते हुए तथा मानवीय रूख अपनाते हुए छात्रों की मांग को जल्द पूरा करना चाहिए और इस बहाली को जल्द पूरी करनी चाहिए। दिलीप कुमार कहा कि अगर सरकार और आयोग इस बहाली को जल्द पूरा करने के लिए कदम नही उठाती है तो अब आमरण अनशन किया जाएगा। महा आंदोलन मे बिहार के सभी जिलों से हजारों स्टूडेंट्स शामिल हुए। दिलीप कुमार ने कहा कि इस बहाली के पूरा नही होने से बिहार का विकास भी बाधित हो रहा है क्योंकि सभी जिलों के कार्यालयों मे कर्मचारियों के हजारों पद खाली है जो इस बहाली से भी भरी जानी है। इसलिए सरकार को इस बहाली को जल्द पूरा करवाना चाहिए।