बिहटा में हाईटेंशन तार की चपेट में आने से 7 साल के एक बच्चे की मौत हो गई। इसके बाद सोमवार को मृतक के आक्रोशित परिजनों ने पटना-बिहटा मेन रोड को जाम कर दिया। सड़क पर टायर जला आगजनी की और दोनों ओर वाहनों को रोक दिया। आक्रोशित लोगों का कहना है कि कई बार बिजली विभाग को घर की छत से गुजरे तार को हटाने की मांग की गई थी। पर कोई सुनवाई नहीं हुई। बच्चे की मौत की वजह बिजली विभाग की लापरवाही है। दरअसल, बच्चा 7 अक्टूबर को छत पर खेलते वक्त हाईटेंशन तार के संपर्क में आ गया था। इसके बाद से उसका इलाज अस्पताल चल रहा था। जहां उसने रविवार की देर रात दम ताेड़ दिया।
मृतक बच्चे की पहचान अम्हारा निवासी तरुण महतो के नाती अभिजीत राज (7) के रूप में की गई। वो अपने कुछ भाइयों के साथ छत पर खेल रहा था। इसी बीच छत से गुजर रहे 11 हजार वोल्ट के तार की चपेट में आ गया। इससे वो बुरी तरह झुलस गया। साथ में खेल रहे उसके भाई आकाश कुमार (8) और अनिकेत कुमार (9) भागते हुए नीचे उतरे और परिजनों को घटना की जानकारी दी।
घटना की सूचना मिलते ही अभिजीत राज के परिजन दौड़ कर छत के नजदीक पहुंचे। तब तक अभिजीत पूरी तरह जल चुका था। इलाज के लिए उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां तीन दिनों बाद उसकी मौत हो गई। घटना से गुस्साए लोगों ने पटना-बिहटा मेन रोड पर आगजनी कर रास्ते को पूरी तरह अवरुद्ध कर दिया। लोगों ने इस हादसे के लिए बिजली विभाग की लापरवाही बताते हुए बिजली विभाग के अधिकारियों पर हत्या का मामला दर्ज करने और मुआवजे की मांग को लेकर जमकर हंगामा किया।
कई बार ग्रामीणों ने बिजली विभाग को आवेदन देकर घर की छत से तार हटाने की मांग की है। इसके बावजूद भी बिजली विभाग के लोग लापरवाह बने रहे और लोगों के आवेदन पर इनके कान पर जूं तक नहीं रेंगी। ग्रामीणों का कहना है कि इस बिजली तार की वजह से आम लोगों की कौन कहे बिजली विभाग के कई कर्मचारी भी इसकी चपेट में आ चुके हैं। इसके बावजूद भी विभाग के कोई भी अधिकारी सुनने को तैयार नहीं है। ग्रामीणों ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि ऐसे लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ सरकार सख्त से सख्त कार्रवाई करें और इन पर हत्या का मुकदमा दर्ज हो।