मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की साइकिल सवारी तय होने के साथ ही महागठबंधन की रणनीति तय हो गई है। अखिलेश बुधवार को इसका एलान कर सकते हैं। सपा ने कांग्रेस, राष्ट्रीय लोकदल और जदयू को 125 सीटों का ऑफर दिया है। कुछ और छोटे दलों को शामिल करके महागठबंधन का कुनबा बढ़ाया सकता है।
अजित मांग रहे 30 से ज्यादा सीटें
रालोद प्रमुख अजित सिंह 30 से ज्यादा सीट मांग रहे हैं। उन्हें 20 सीट देने का प्रस्ताव किया गया है। कांग्रेस के यूपी प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने अजित सिंह से मुलाकात की। माना जा रहा है कि वे 25-26 सीटों पर राजी हो सकते हैं।
रालोद प्रमुख अजित सिंह 30 से ज्यादा सीट मांग रहे हैं। उन्हें 20 सीट देने का प्रस्ताव किया गया है। कांग्रेस के यूपी प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने अजित सिंह से मुलाकात की। माना जा रहा है कि वे 25-26 सीटों पर राजी हो सकते हैं।
अखिलेश ने शरद से की बात
रालोद व जदयू पहले से एक साथ हैं। वे गठबंधन में भी साथ-साथ जाना चाहते हैं। जदयू भी सम्मानजनक स्थिति चाहता है। अखिलेश यादव ने मंगलवार को इस संबंध में जदयू नेता शरद यादव से फोन पर बात बातचीत की है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव ने अखिलेश को फोन करके चुनाव में उनके लिए प्रचार करने का वादा किया है। इनके अलावा एनसीपी प्रमुख शरद पवार, पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा भी सपा के लिए प्रचार करेंगे। मोदी सरकार और भाजपा के खिलाफ ये नेता एकजुट होने के लिए तैयार है। सूत्रों का कहना है कि सपा, कांग्रेस, रालोद के गठबंधन की पहली रैली के दौरान इन नेताओं को भी जुटाने की कोशिश की जाएगी।
शीला ने वापस ली सीएम की उम्मीदवारी
इस बीच, कांग्रेस की सीएम पद की उम्मीदवार शीला दीक्षित ने कहा कि गठबंधन की घोषणा होते ही वे अपनी उम्मीदवारी वापस ले लेंगी। शीला पहले भी अखिलेश के मुख्यमंत्री पद के दावे से पीछे हटने की बात कह चुकी हैं। शीला ने कहा कि एक-दो दिन इंतजार करें, जल्द ही फैसला सामने आएगा।