
शहीदी दिवस पर केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि पठानकोट हमले के बाद पाकिस्तान के एसआईटी को जांच के लिए भारत आने की इजाजत दी गई, लेकिन पाकिस्तान की बारी आई तो वह मुकर गया। उन्होंने अनुभव साझा करते हुए कहा कि सार्क सम्मेलन में शिरकत करने पाकिस्तान गए तो उनके खिलाफ प्रायोजित प्रदर्शन कराए गए।
एयरपोर्ट से एक किलोमीटर के रास्ते में चार से छह प्रदर्शन हुए। पाकिस्तान चाहता तो उसे रोका जा सकता था। उन्होंने उस सम्मेलन में पाकिस्तान की जमीन से उसकी छाती पर चढ़कर उसकी आतंकवादी नीति की आलोचना की।