दिल्ली-एनसीआर में पराली समेत अन्य तत्व लगातार हवा की गुणवत्ता को बिगाड़ रहे हैं। बीते 24 घंटे में दिल्ली की हवा में 36 अंकों की बढ़ोतरी के साथ औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 268 दर्ज किया गया। इससे एक दिन पहले यह 232 दर्ज किया गया था। वहीं, एनसीआर में गुरुग्राम को छोड़कर सभी शहरों की हवा भी खराब श्रेणी के उच्चतम स्तर में दर्ज की गई है। अगले 24 घंटे में हवा की स्तर बिगड़कर बहुत खराब श्रेणी में दर्ज किया जा सकता है।
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की वायु मानक संस्था सफर इंडिया के मुताबिक, बीते एक दिन में पड़ोसी राज्यों में 502 पराली जलने की घटनाएं दर्ज की गई हैं। इससे उत्पन्न होने वाले पीएम 2.5 तत्व की प्रदूषण में 19 फीसदी हिस्सेदारी दर्ज की गई है। हवा में पीएम 10 का स्तर 234 व पीएम 2.5 का स्तर 112 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया। पीएम 10 का स्तर इन दिनों जहां औसत श्रेणी में बना हुआ है वहीं, पीएम 2.5 का स्तर खराब श्रेणी में दर्ज हो रहा है। सफर के अनुसार, पश्चिमी दिशा से आने वाली हवाओं के कारण पराली का धुआं दिल्ली-एनसीआर में पहुंच रहा है। अगले 24 घंटे में हवा का स्तर बिगड़कर बहुत खराब श्रेणी में दर्ज किया जा सकता है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड(सीपीसीबी) के मुताबिक, बृहस्पतिवार को फरीदाबाद का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 274, गाजियाबाद का 290, ग्रेटर नोएडा का 275, गुरुग्राम का 182 व नोएडा का 267 एक्यूआई रहा।
पहाड़ों पर बर्फबारी के दौर से बढ़ेगी ठंडक
दिल्ली-एनसीआर का मौसम इन दिनों लगातार करवट ले रहा है। सुबह-शाम के समय हल्की ठंडक बढ़ना शुरू हो गई है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि पहाड़ों पर बर्फबारी का दौर शुरू हो रहा है। साथ ही हरियाणा और पंजाब में तेज बारिश की भी संभावना है। इन सभी गतिविधियों से अन्य मैदानी इलाकों में भी ठंडक बढ़ेगी।
मौसम विभाग के मुताबिक, बृहस्पतिवार को अधिकतम तापमान सामान्य से तीन कम 28.5 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान सामान्य से एक कम 14.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हवा में नमी का स्तर 27 से 93 फीसदी तक रहा। सुबह के समय दिल्ली के कुछ इलाकों में हल्का कोहरा छाया रहा, लेकिन धूप निकलने के कारण कोहरा छंट गया था। दोपहर में धूप निकली रही, लेकिन अधिक गर्मी महसूस नहीं की गई। शाम होते ही वातावरण में हल्की ठंडक बढ़ गई।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले 24 घंटे में अधिकतम तापमान 29 व न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया जा सकता है। पहाड़ों पर बर्फबारी होने के बाद से ठंडी हवाओं का रूख मैदानी इलाकों की ओर हो जाएगा। अगले दो सप्ताह के भीतर मौसम पूरी तरह से करवट ले लेगा और तापमान में कमी आएगी।