उधमपुर शहर में डेंगू के मामलों में बढ़ोतरी का सिलसिला शनिवार को भी जारी रहा। शाम तक कुल छह लोग डेंगू के शिकार पाए गए हैं। इसी के साथ जिले में डेंगू के कुल मामलों की संख्या 63 हो गई है। डेंगू के मामलों में लगातार बढ़ोतरी के साथ स्वास्थ्य विभाग की चिंताएं भी बढ़ गई हैं। इस पर अंकुश लगाने को लेकर विभाग के अधिकारियों ने मलेरिया टीम के साथ शनिवार को एक बैठक का आयोजन कर चर्चा इसकी रोकथाम के उपायों पर चर्चा की। उनका कहना है कि 15 नवंबर के बाद नए मामले आना बंद हो जाएंगे।
जिले में डेंगू के ज्यादातर मामले शहर के अंदर ही पाए जा रहे हैं। जिला अस्पताल में जांच के लिए विशेष प्रयोगशाला स्थापित की गई है। जब भी बुखार का कोई संदिग्ध मामला आता है तो उसकी डेंगू की जांच भी की जा रही है। शहर के सभी हिस्सों से डेंगू के मामले सामने आ चुके हैं, और इससे निजात पाना नगर परिषद के लिए बड़ी चुनौती है।
शुक्रवार को कुल आठ लोग डेंगू का शिकार पाए गए थे। और, शनिवार को छह लोग डेंगू से संक्रमित पाए गए। दो दिन में कुल 14 लोग डेंगू के डंक का शिकार हो चुके हैं। इसके साथ जिले में इनकी कुल संख्या 63 हो गई है। डेंगू को बेकाबू होता देख स्वास्थ्य विभाग के जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मोहम्मद यासीन ने मलेरिया टीम के साथ बैठक भी की।
ज्यादा जांचों के कारण आ रहे ज्यादा मामले
इस बार डेंगू की जांच बहुत ज्यादा की जा रही है। मामले बढ़ने का भी यही कारण है। इससे पहले इतनी ज्यादा जांच नहीं की जाती थी। तापमान में गिरावट हो रही है। उम्मीद है कि 15 नवंबर तक डेंगू के नए मामले आना बंद हो जाएंगे। विभाग ने इससे निपटने के लिए पूरी तैयारी कर रखी है। उपचार की पूरी सुविधा मौजूद है। इसके अलावा शहरी व ग्रामीण इलाकों में लगातार फॉगिंग करवाई जा रही है।