मेरठ के जानीखुर्द में सॉल्वर गैंग का पर्दाफाश होने पर एक के बाद एक उनके कारनामे उजागर हो रहे हैं। गैंग का दूसरा सदस्य सोमवार को पुलिस ने दबोच लिया। दोनों आरोपी आशुतोष मणि त्रिपाठी निवासी देवरिया और साहिर खान निवासी लालपुर खुर्जा, बुलंदशहर से पूछताछ की। ये लोग आठ लाख रुपये लेकर दरोगा भर्ती परीक्षा दिलाने का ठेका लेते थे। गैंग का सरगना पटना बिहार का अमित बताया गया है। हालांकि, पुलिस बागपत के अरविंद्र राणा के गैंग का भी पता लगाने में जुटी है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया, जबकि गैंग के तीन सदस्य फरार हैं।
जानी थाना क्षेत्र के बागपत बाईपास स्थित आईटीएम कॉलेज पांचली में रविवार को दरोगा भर्ती परीक्षा चल रही थी। तीसरी पाली में सॉल्वर गैंग के एक सदस्य आशुतोष मणि त्रिपाठी निवासी देवरिया बिहार को चेकिंग टीम ने पकड़ लिया था। जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी परीक्षार्थी मानवेंद्र निवासी फिरोजाबाद की परीक्षा देने के लिये सेंटर पर आया था। आशुतोष मणि त्रिपाठी की निशानदेही पर सोमवार को जानी पुलिस और क्राइम ब्रांच ने बुलंदशहर में दबिश दी, जहां से साहिर खान निवासी लालपुर खुर्जा बुलंदशहर को गिरफ्तार कर लिया। सॉल्वर गैंग के दोनों आरोपियों से पुलिस ने पूछताछ की। पुलिस के मुताबिक पूछताछ में पता चला कि यूपी में इनका गैंग फैला हुआ है। प्रति अभ्यर्थी आठ लाख रुपये लेकर दरोगा भर्ती की परीक्षा में गैंग अपना सदस्य बैठाता था। गैंग की परीक्षा दिलाने की डीलिंग अलीगढ़ स्थित मुस्कान होटल में हुई थी।
12 नवंबर से यूपी के 15 जिलों में 98 सेंटरों में साढ़े 12 लाख अभ्यर्थी परीक्षा देंगे। मेरठ में पांच सेंटर बनाए गए हैं। पुलिस ने गिरफ्तार दोनों आरोपियों के साथ उनके तीन साथी मानवेंद्र सिंह, अमित निवासी टूंडला फिरोजाबाद, अमित निवासी पटना, बिहार के खिलाफ जानी थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस के मुताबिक आशुतोष मणि त्रिपाठी ने 13 नवंबर की सुबह नौ बजे की पाली में आलमपुर चौक रुस्तमपुर कॉलेज, गोरखपुर में परीक्षार्थी सोहनपाल सिंह निवासी मोहम्मदाबाद, लखनऊ की जगह परीक्षा दी थी। इसके पास से तलाशी के दौरान फर्जी प्रवेश पत्र भी बरामद हुआ। इसके अलावा कई सेंटरों पर परीक्षा देने की बात सामने आई है। आरोपियों ने गिरोह का सरगना अमित निवासी पटना को बताया है। मेरठ पुलिस जांच कर रही है।
सॉल्वर गैंग का नेटवर्क मेरठ समेत अन्य जनपदों में फैला हुआ है। दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने महत्वपूर्ण जानकारी दी है। इस गैंग के सदस्यों की तलाश में पुलिस टीम लगी है। किन-किन परीक्षार्थी की जगह गैंग के सदस्य ने परीक्षा दी है, इसकी जांच चल रही और उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी। पकड़े गए दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया है।