मुन्ना झुण्ड में तो सूअर आते है है शेर आता है अकेले.. माइंड इट..जी हाँ ऐसे कितने ही डायलॉग जब साऊथ के सुपरस्टार रजनीकांत के द्वारा बोले जाते है तो उनका सुपरहिट होना तो स्वाभाविक है. फिल्म इंडरस्ट्री में अपनी विशिष्ट शैली के लिए पहचाने जाने वाले रजनीकांत का जन्म 12 दिसंबर 1950 को बेंगलुरु में हुआ था. रजनीकांत का नाम ऐसे अभिनेताओं के रूप में जाना जाता है जिन्होंने हिंदी सिनेमा ही नहीं बल्कि तमिल में भी अपने अभिनय से एक विशेष पहचान बनाई.रजनीकांत का असली नाम शिवाजीराव गायकवाड़ है लेकिन उन्हें असल पहचान रजनीकांत के रूप में मिली.
रजनीकांत ने अपने करियर की शुरुआत राष्ट्रीय अवार्ड विजेता फिल्म अपूर्व रगडगल से की थी. जिसके बाद उन्होंने कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा. शुरुआत में उन्होंने एंटी हीरो की भूमिका निभाई. लेकिन बाद में वे एक हीरो के रूप में स्थापित हो गए. उनके डायलॉग बोलने का अंदाज आज भी लोगो के दिलो को छू लेता है.रजनीकांत ने जिन फिल्मो में काम किया है उनमे गायत्री, प्रिया, राम राबॅर्ट रहीम, जाॅन जानी जर्नादन, आखिरी संग्राम, इंसाफ कौन करेगा, अंधा कानून, आज का दादा, भगवान दादा, वफादार, चालबाज, किशन कन्हैया, चोर के घर चोरनी, दलपति इंसानियत के देवता, बुलंदी और आगाज जैसी फिल्मे शामिल है.
उनकी लोक्रप्रियता का आलम ऐसा है कि आज भी उनकी फिल्म कि रिलीजिंग वाले दिन एक रात पहले से सिनेमेघरो की खिड़की पर टिकिट के लिए लाइन लग जाती है. पिछली बार की तरह इस बार उन्होंने अपना जन्मदिन न मानाने का फैसला किया है. उन्होंने जयललिता के निधन के बाद अपना उनके प्रति शोक जताते हुए यह फैसला लिया है. रजनीकांत साल 2016 में फिल्म कबाली में नजर आये थे. फिल्म ब्लॉकबस्टर हिट रही थी. और अब वे अपनी फिल्म रोबोट के सीक्वल 2.0 की शूटिंग में व्यस्त है. खबरों की माने तो वे फिल्म की शूटिंग के दौरान घायल भी हो गए थे लेकिन अब वे ठीक है.