विदिशा :मौसम विभाग द्वारा सात, आठ और 9 जनवरी को संभावित मौसम खराब होने की जानकारी के चलते कृषि उपज मंडी में चार दिन अवकाश की घोषणा करने और धान के दामों में आई गिरावट को लेकर गुरुवार सुबह करीब ग्यारह बजे किसानों ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर एकत्रित होकर चक्काजाम कर दिया। मौके पर पहुंची तहसीलदार और सीएसपी ने उन्हें समझाइश देकर प्रदर्शन खत्म करने के लिए कहा, लेकिन किसान अपनी जिद पर अड़े हैं।
बता दें कि धान के भाव में गिरावट का आरोप लगाते हुए किसानों ने इस सीजन में दूसरी बार नेशनल हाइवे पर चक्काजाम किया है। ग्राम विघ्न के किसान चेतन सिंह चौहान का कहना था कि जो धान तीन दिन पहले 2800 रुपए प्रति कुंतल में नीलाम हो रही थी, आज उसी धान को व्यापारी 2400 से 2500 रुपये क्विंटल में खरीद रहे थे। इसी बात से किसान नाराज हो गए।
मंडी बंद की घोषणा ने बढ़ा दिया गुस्साकिसानों का कहना था कि मौसम विभाग ने आगामी तीन से चार दिन तक मौसम खराब होने की बात कही है। इसी भविष्यवाणी को आधार मानकर कृषि उपज मंडी समिति ने चार दिन तक मंडी में धान की नीलामी नहीं करने की घोषणा कर दी। यह हमारे साथ अन्याय है। किसानों का कहना था कि वह तीन से चार दिन से मंडी में अपनी उपज तलवानी रुके हुए हैं। मंडी समिति किसानों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रही है।
विवाद होता देख व्यापारियों ने रोक नीलामी
किसानों ने जब अपनी बात रखनी चाही तो व्यापारियों से उनका विवाद होने लगा। इसी के चलते व्यापारियों ने बीच में ही नीलामी रोक दी और चलते बने। कृषि उपज मंडी के सचिव कमल बगबैया किसानों के बीच बात करने पहुंचे तो उन्होंने सचिव से बात करने से साफ इंकार कर दिया।