जबलपुर, ठंड के मौसम में सर्दी-जुकाम होना सामान्य है। लेकिन हर दिन कोरोना संक्रमितों की संख्या फिर से बढ़ने से यही सर्दी-जुकाम लोगों के मन में कोरोना का भय बना रहा है। एक बार फिर लोग तनाव में आ रहे हैं और अपने स्वास्थ्य के प्रति चिंतित हैं।
परिणाम यह है कि ज्यादातर सर्दी-जुकाम होने पर लोग डाक्टर के पास नहीं जाते लेकिन अभी सर्दी-जुकाम होने पर भी लोग डाक्टर के पास पहुंच रहे हैं और अपनी चिंता जता रहे हैं कि कहीं कोरोना तो नहीं है। मेडिसन विशेषज्ञ डा. अजय तिवारी ने बताया कि उनके पास इस समय सर्दी-जुकाम और वायरल के मरीज ज्यादा आ रहे हैं। मलेरिया, डेंगू के मरीजों की संख्या अभी नहीं है। कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने से आने वाले मरीज थोड़ा भय में हैं। लेकिन हम समझाते हैं कि सर्दी-जुकाम से घबराने की जरूरत नहीं है।बस जरूरत है कुछ बातों का ध्यान रखने की। जिन्हें कोरोना संक्रमण कम होने के कारण लोगों ने छोड़ दिया था। कोरोना से बचने के लिए आवश्यक है कि शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी हो। तभी संक्रमण से लड़ने की शक्ति मिलेगी।
– ठंड में गुनगुना पानी पीने की कोशिश करें। ठंडे पानी से बचें।- नियमित भाप लेने की आदत बना लें। कम से कम पांच से दस मिनट तक भाप लेना ही चाहिए।- भाप लेने से सर्दी-जुकाम में भी राहत मिलेगी।- पौष्टिक आहार लें। जिसमें हरी सब्जियां, फल शामिल होना चाहिए।- हल्दी वाला दूध, गुड़, तिल रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली औ शरीर को ठंड में मजबूती देने वाली खाद्य सामग्रियों का उपयोग करना चाहिए।
– कोरोना से डरने से नहीं बल्कि मास्क लगाने, सैनिटाइजर का उपयोग करने और शारीरिक दूरी का पालन करने से ही बचाव होगा।