बच्चों के वैक्सीनेशन में सर्दी बुखार की बाधा आ रही है। पटना में कोरोना की जांच कराने वाला हर चौथा इंसान संक्रमित है। ऐसे में अधिकतर घरों में लोग सर्दी बुखार से परेशान हैं। फ्लू और संक्रमण के बीच बच्चों के वैक्सीनेशन की रफ्तार थोड़ी कम हुई है। स्कूल बंद है और 26 जनवरी तक वैक्सीनेशन का टारगेट पूरा करना है। इसलिए अब वार्डों में टीका एक्सप्रेस दौड़ाया जाएगा। वार्ड पार्षद से लेकर निगम के अधिकारियों को वैक्सीनेशन के मिशन मोड पर लगाया गया है। बिहार में अब तक 25 लाख बच्चों का वैक्सीनेशन हुआ है।
जानिए वैक्सीनेशन का आंकड़ा
- बिहार में 15 से 18 वर्ष तक का कुल वैक्सीनेशन – 25,92,015
- पटना में 15 से 18 वर्ष तक का कुल वैक्सीनेशन – 130384
स्कूलों में तैयार हो रही सूची, वार्डों में दौड़ रही टीका एक्सप्रेस
पटना में स्कूलों में टीकाकरण का काम छुट्टी होने के कारण थोड़ा बाधित हो गया है। अब छूटे हुए बच्चों का डेटा तैयार किया जा रहा है और यह डेटा नगर निगम के माध्यम से संबंधित वार्डों को दिया जाएगा। इससे वैक्सीनेशन में छूटे बच्चों को टीकाकृत कर दिया जाएगा। पटना में 4.90 लाख बच्चों का वैक्सीनेशन होना है और अब तक 1,30,384 लोगों का ही हो पाया है।
अब सरकार ने 26 जनवरी तक 15 से 18 वर्ष के सभी बच्चों के वैक्सीनेशन का लक्ष्य दिया है। इस पर स्वास्थ्य विभाग के साथ निगम की टीम को लगाया गया है। निगम की टीम वैक्सीनेशन में जुटी है। इसके लिए वार्डों में टीका एक्सप्रेस को लगाया गया है।
शिक्षा विभाग कर रहा गार्जियंस से संपर्क
शिक्षा विभाग का कहना है कि स्कूलों से तैयार बिना वैक्सीनेशन वाले बच्चों की सूची के अनुसार ही उनके गार्जियन से संपर्क किया जा रहा है। इसके बाद उनकी स्थिति का पता लगाया जा रहा है। शिक्षा विभाग और स्कूलों द्वारा बच्चों के परिजनों से मोबाइल के माध्यम से संपर्क करने के दौरान पता चल रहा है कि बच्चों को बुखार है या फिर घर में कोई न कोई कोरोना संक्रमित हैं। ऐसे में बच्चों को वैक्सीन नहीं दी जा रही है।
पटना के जिला शिक्षा पदाधिकारी अमित कुमार का कहना है, ‘बच्चों को बुखार या फ्लू है, इससे वह वैक्सीन नहीं ले रहे हैं। शिक्षा विभाग लक्ष्य के अनुसार अधिक से अधिक वैक्सीनेशन कराने में जुटा है। स्कूल बंद होने के कारण अब वार्डों में टीका एक्सप्रेस को लगाया गया है। बच्चों की सूची भी निगम को दी जा रही है। 26 जनवरी तक बोर्ड परीक्षा देने वाले बच्चों को वैक्सीनेट कर लिया जाएगा।’
बच्चों की सेहत की जानकारी लेकर किया जा रहा वैक्सीनेट
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. एसपी विनायक का कहना है, ‘बच्चों का पूरा लक्षण जानने के बाद ही उन्हें वैक्सीनेटेड किया जा रहा है। वार्डों में अभियान चलाकर टीकाकरण किया जा रहा है। 15 से 18 वर्ष के बच्चों के टीकाकरण को लेकर बड़ा अभियान चलाया जा रहा है। टीम को निर्देश दिया गया है कि जिन बच्चों को बुखार है या फिर तेज सर्दी है तो उन्हें टीका नहीं दिया जा रहा है। अगर घर में किसी परिवार को कोविड है और बच्चा स्वस्थ्य है तो उसे टीका दिया जा सकता है। टीम को ऐसे बच्चे मिल हैं जिन्हें बुखार है तो उन्हें टीका नहीं देकर उनका फॉलोअप किया जा रहा है।’