जबलपुर:जबलपुर में गणतंत्र दिवस के मुख्य समारोह के दौरान हुए ड्रोन हादसे को लेकर एफआइआर तो दर्ज हो गई है लेकिन पुलिस ने मौके से ही हिरासत में लिए गए ड्रोन ऑपरेटर को बिना गिरफ्तारी के जाने दिया। उसका मेडिकल चेकअप भी नहीं कराया गया। पुलिस-प्रशासन ने पूरे मामले पर लीपापोती की तैयारी कर ली है। अब कहा जा रहा है कि पक्षी के फंसने से अनियंत्रित हुआ था। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि ड्रोन ऑपरेटर के पास लाइसेंस था या नहीं, उसे मान्यता प्राप्त थी या नहीं। इस हादसे में दो नृत्य कलाकार घायल हो गए थे हालांकि प्रशासन ने दावा किया है कि दोनों स्वस्थ हैं और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
विदित हो कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर पंडित रविशंकर शुक्ल स्टेडियम में मुख्य समारोह के दौरान झांकी में रखे गए ड्रोन का जीवंत प्रदर्शन किया जा रहा था कि तभी वह अनियंत्रित होकर नृत्य कर रहे कलाकारों के ऊपर जा गिरा गया। इस दौरान दो कलाकारों के सिर पर ड्रोन की पंखी लगी, जिससे उन्हें गंभीर चोट आई और दोनों कलाकारों के सिर से खून बहने लगा। तत्काल मौके पर मौजूद स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने घायल युवक और युवती को प्रथम उपचार दिलाया।
इधर घायल कलाकारों को देखकर नृत्य मंडलियों के कलाकार और प्रभारी भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने जिला प्रशासन व पुलिस द्वारा इस लापरवाही के लिए ड्रोन उड़ा रहे कृषि विभाग के कर्मचारी को दोषी बताते हुए उस पर कार्रवाई करने की मांग की। इस दौरान विवाद की स्थिति भी मौके पर बनी। हालांकि समय रहते पुलिस और प्रशासन ने कलाकारों को समझाकर शांत करा दिया।
जानकारी के मुताबिक डिंडोरी के शहपुरा से आए नृत्य कलाकार युवक इंदु गुंज और युवती गंगोत्री, झांकियों के प्रदर्शन के दौरान नृत्य कर रहे थे। तभी रिमोट के जरिए ड्रोन उड़ा रहे कर्मचारी ने उसे जमीन पर उतारने का प्रयास किया। इसी दौरान वह नियंत्रित हो गया और वह कलाकारों के सिर पर आ गिरा। मौके पर मौजूद स्वास्थ विभाग की टीम ने तत्काल घायल कलाकारों को उपचार के लिए विक्टोरिया हॉस्पिटल रिफर किया।