रायपुर :छत्तीसगढ़ की सरकारी बिजली वितरण कंपनी (सीएसपीडीसीएल) वित्तीय वर्ष 2022-23 में करीब 11 हजार करोड़ रुपये से अधिक बिजली खरीदी पर खर्च करेगी। कंपनी इसे अपने विभिन्न श्रेणी के उपभोक्ताओं को बेचकर करीब 18 हजार करोड़ रुपये से अधिक कमाएगी। यह अनुमान वितरण कंपनी ने राज्य विद्युत नियामक आयोग को नई दरों के निर्धारण के लिए दिए प्रस्ताव में बताया है।
राज्य की तीनों प्रमुख सरकारी बिजली कंपनियों उत्पादन, ट्रांसमिशन और वितरण कंपनी ने बिजली दरों के निर्धारण के लिए आयोग को तीन साल (बहुवर्षीय) का प्रस्ताव दिया है। इसमें वितरण कंपनी ने बताया कि 2022-23 में व्यय की तुलना में मौजूदा बिजली दरों पर कंपनी को 3642 करोड़ का मुनाफा होगा। हालांकि कंपनी ने 4388 करोड़ के पुराने घाटे की पूर्ति के बाद 745 करोड़ रुपये की कमी होने की बात कही है। आयोग के अफसरों ने बताया निर्धारण की प्रक्रिया चल रही है। इस महीने के अंत में जनसुनवाई होने की उम्मीद है।
इन उत्पादकों से कंपनी खरीदती है बिजली
सरकारी बिजली कंपनी सबसे ज्यादा बिजली राज्य की उत्पादन कंपनी से बिजली खरीदती है। वितरण कंपनी के जरुरत की करीब आधी से अधिक बिजली आपूर्ति उत्पादन कंपनी करती है। इसके बाद केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रम एनटीपीसी के अलावा कुछ निजी उत्पादकों से बिजली खरीदी जाती है।
स्टील सेक्टर से सबसे ज्यादा उम्मीद
कंपनी ने सबसे ज्यादा स्टील सेक्टर से आमदनी की उम्मीद जताई है। इस सेक्टर को कंपनी को छह हजार करोड़ रुपये से ज्यादा राजस्व प्राप्त होने की संभावना है। निम्न दाब श्रेण्ाी में घरेलू उपभोक्ताओं से 3930 करोड़ रुपये मिलने की संभावना है। यह सेक्टर कंपनी की आमदनी का दूसरा बड़ा माध्यम है। इसके बाद कृषि उपभोक्ताओं का नंबर है। वहां से कंपनी को 2537 करोड़ मिलने की उम्मीद है।
कहां से कितनी कमाई की उम्मीद
श्रेणी राजस्व की उम्मीद
निम्न दाब 9095
उच्च दाब 9515
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