कानपुर के नौबस्ता में मामूली विवाद के बाद सहपाठी ने अपने परिजनों व चौकी के एक सिपाही के साथ मिलकर इंटर के छात्र के घर पर धावा बोल दिया। छात्र व उसके परिजनों के साथ मारपीट की और जेल भेजने की धमकी दी। इससे दहशत में आए छात्र ने गुरुवार शाम घर पर फांसी लगा ली। परिजनों ने डीसीपी साउथ रवीना त्यागी से कार्रवाई की मांग की।
डीसीपी साउथ रवीना त्यागी के निर्देश पर सिपाही, छात्र, उसकी मां, पिता व भाई समेत 10 के खिलाफ गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है। सिपाही के खिलाफ विभागीय जांच एसीपी गोविंद नगर विकास कुमार पांडेय को सौंपी गई है।
हंसपुरम आवास विकास निवासी आलोक शर्मा पेशे से ट्रांसपोर्टर हैं। उनका छोटा बेटा आर्यन शर्मा (19) इंटर का छात्र था। छात्र के मामा कैलाश ने बताया कि वह इलाके में ही कोचिंग पढ़ने जाता था। बीते 17 जनवरी को कोचिंग में आर्यन की सहपाठी अभिनव मिश्रा से किसी बात को लेकर बहस हो गई।
इसके बाद जब आर्यन घर पहुंचा तो कुछ देर बाद शाम करीब 7.30 बजे आरोपी छात्र अपने पिता संजय मिश्रा, मां गुड्डन मिश्रा, भाई, आवास विकास चौकी के सिपाही रमेश यादव व छह अज्ञात लोगों के साथ घर में घुस आया। आर्यन व परिजनों को लात घूसों से जमकर पीटा। सिपाही ने आर्यन का कॉलर पकड़ कर दुष्कर्म के फर्जी मुकदमे में फंसा कर चौकी ले जाकर पिटाई करने की धमकी दी। घटना के बाद से डरा सहमा आर्यन कोचिंग नहीं गया।
गुरुवार को आर्यन फिर कोचिंग गया। शाम को घर लौटा तो मायूस था। इस बीच मां सरस्वती दूध लेने गई थीं। बड़ा भाई आदित्य भी किसी काम से बाहर गया था। तभी आर्यन ने पंखे के कुंडे से रस्सी के सहारे फांसी लगा ली। मां घर लौटी तो बेटे का शव फंदे से लटकता देख चीख पुकार मच गई।
आर्यन को आरोपी सिपाही रमेश यादव ने कॉलर पकड़कर दी थी धमकी
कोचिंग में झगड़े के बाद घर में घुस कर मारपीट करने वाले सहपाठी संग पहुंचे आवास विकास चौकी के सिपाही रमेश यादव ने आर्यन का कॉलर पकड़ कर धमकी देते हुए कहा था कि ‘दुष्कर्म के जुर्म में फंसा कर इतना मारूंगा कि तू जीना भूल जाएगा…’। घटना के बाद भी सिपाही करीब 7 दिनों तक आर्यन के पिता के मोबाइल पर दो नंबरों से फोन कर धमकी देता रहा था।
गुरुवार को आर्यन के फांसी लगाने के बाद भी सहपाठी व उसकी मां घर पर धमकी देने पहुंचे थे। मृतक आर्यन के पिता आलोक शर्मा ने ये आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई है। नौबस्ता पुलिस ने पिता की तहरीर पर बिधनू सिंह विहार निवासी छात्र अभिनव मिश्रा, पिता संजय मिश्रा, मां गुड्डन मिश्रा, सिपाही रमेश यादव व छह अज्ञात के खिलाफ घर में घुस कर मारपीट, बलवा, धमकी, खुदकुशी के लिए उकसाने समेत अन्य गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की है।
आर्यन के पिता ने तहरीर में बताया कि घटना के दिन आरोपियों ने बेटे को पीटने के बाद उसे खुदकुशी के लिए उकसाते हुए कहा था ‘कि तू अपने परिवार का बचाव करना चाहता है तो आत्महत्या कर ले, वरना तेरी और तेरे परिवार की वो दशा होगी कि सात जन्मों तक तुम लोग उबर नहीं पाओगे…’। आरोपियों की इन्हीं धमकियों से आर्यन मानसिक तनाव में था। आरोप है कि जब अभिनव की मौत की सूचना आरोपी अभिनव व उसकी मां गुड्डन को हुई तो वे उसके घर पहुंचे और कहा ‘अच्छा हुआ तेरे लड़के ने अपनी जान देकर पूरे परिवार को बचा लिया…’। आरोपी सिपाही गुड्डन का मिलने वाला है।
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