इंदौर : मध्य प्रदेश सरकार ने करीब ढाई महीने पहले पेट्रोल और डीजल पर वैट (टैक्स) कम किया था। फिलहाल पेट्रोल पर 29 और डीजल पर 19 प्रतिशत वैट है। प्रदेश का बजट आने वाला है, ऐसे में ईधन और ट्रांसपोर्ट कारोबारियों ने पेट्रोल और डीजल पर वैट कम करने का प्रस्ताव राज्य शासन को भेजा है। उनका तर्क है कि उत्तरप्रदेश, दिल्ली और हरियाणा में टैक्स कम होने से ईधन की कीमत में काफी अंतर है। इस कारण इस तरफ जाने वाले ट्रक वहीं से डीजल खरीद रहे हैं। इससे सरकार और ईधन कारोबारियों को राजस्व का नुकसान हो रहा है। अगर वैट कम होगा तो दोनों का फायदा होगा।
मध्य प्रदेश ने वैट कम करके महाराष्ट्र की सीमा पर तो अपने टैक्स का रिसाव रोक लिया, लेकिन उत्तरप्रदेश, हरियाणा और दिल्ली में ईधन की कीमत मप्र से कम होने के कारण कमाई का रिसाव जारी है। मप्र के मुकाबले उत्तरप्रदेश में डीजल लगभग पांच रुपये और पेट्रोल 11-12 रुपये लीटर सस्ता है। इस कारण सीमावर्ती जिलों टीकमगढ़़, छतरपुर, शिवपुरी, भिंड, मुरैना, दतिया आदि के पेट्रोल-डीजल पंपों पर बिक्री कम हो गई है। उधर, महाराष्ट्र के सीमावर्ती खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, बड़़वानी, बैतूल, छिंदवाड़़ा, बालाघाट जिलों के पंपों पर डीजल और पेट्रोल की बिक्री बढ़़ी है।
ट्रकों में बनवा रखे हैं अतिरिक्त टैंक – मप्र पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अजयसिंह बताते हैं कि भोपाल से अधिकांश ट्रक आपरेटर दिल्ली और हरियाणा ही चलते हैं। उन्होंने अपने ट्रकों में ईधन के अतिरिक्त टैंक बनवा रखे हैं। वे दिल्ली से ही इतना डीजल ले लेते हैं कि भोपाल आकर वापस दिल्ली चले जाएं। दिल्ली-हैदराबाद, दिल्ली-विशाखापत्तनम, दिल्ली-कोचिन चलने वाली गाड़ियां मप्र से गुजरती हैं, लेकिन यहां से डीजल नहीं लेतीं। इंदौर ट्रक आपरेटर एंड ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष सीएल मुकाती का कहना है कि राज्य सरकार के वैट घटाने से ट्रांसपोर्टरों को कोई फायदा नहीं हुआ।
सरकार को प्रस्ताव दिया – एमपी फेडरेशन आफ पेट्रोलियम डीलर के सचिव सुधीर ऐरन बताते हैं, हमने सरकार को प्रस्ताव दिया है कि ईधन पर वैट कम करने से प्रदेश में बिक्री भी बढ़़ेगी और सरकार को टैक्स भी ज्यादा मिलेगा। फेडरेशन आफ मप्र पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष पारस जैन के मुताबिक, डीजल पर लिया जाने वाला अतिरिक्त टैक्स भी कम कर दिया जाए तो हम राजस्थान से भी सस्ता डीजल दे पाएंगे। टीकमगढ़़ पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र दीक्षित बताते हैं, एक तरह से इन इलाकों में अवैध रूप से समानांतर पेट्रोल पंप शुरू हो गए हैं। उप्र से टैंकर मप्र की सीमा में खाली हो रहे हैं।