रायपुर: प्रदेश के रायगढ़ में अधिवक्ताओं और नायब तहसीलदार के बीच दो दिन पहले हुई मारपीट की घटना को लेकर मामला बढ़ता ही जा रहा है। रायपुर समेत प्रदेश के सभी तहसीलदार और उनके अधीनस्थ कर्मचारियों तथा छत्तीसगढ़ कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ ने सोमवार को हड़ताल का ऐलान किया है।
एसडीएम स्तर के अफसरों ने रायपुर जिले के भी सभी सरकारी दफ्तर बंद रखने की चेतावनी दी है। बताया जाता है कि बीते शुक्रवार को रायगढ़ जिले में तहसील कार्यालय में जमीन के नामांतरण कराने को लेकर वकीलों एवं नायब तहसीलदार के मारपीट होने का बाद से ही प्रशासनिक अधिकारियों और वकीलों के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है। वकील हड़ताल पर चले गए हैं और जिले के सभी सरकारी कार्यालय बंद हो गए हैं।
इधर, पुलिस ने नायब तहसीलदार को पीटने के आरोप में तीन वकीलों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। इसमें अधिवक्ताओं का कहना है कि कुछ ऐसे वकीलों को भी पकड़ लिया गया है जिनका कोई दोष नहीं है। घटना को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों में भी भारी रोष है।
जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ राज्य प्रशासनिक सेवा संघ के अध्यक्ष आशुतोष पांडे की अध्यक्षता में शनिवार को एक आपात बैठक में निंदा प्रस्ताव पारित हुआ था। देर शाम डिप्टी कलेक्टर, ज्वाइंट कलेक्टर और अपर कलेक्टर ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देकर आरोपित वकीलों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग की। पुलिस आरोपितों की तलाश कर रही है। बहरहाल देखना यह है कि यह विवाद बढ़ता है या फिर समय रहते प्रशासन और अधिवक्ताओं के बीच बढ़ते विवाद में पटाक्षेप करने के लिए सरकार की ओर से कोई पहल की जाती है।