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दिल्ली : पीएनबी के ग्राहकों की शिकायतें दूर करने के नाम पर 300 से ठगी, दो महिलाओं समेत तीन गिरफ्तार

गूगल पर पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) का फर्जी कस्टमर केयर नंबर डालकर शिकायतें दूर करने के नाम पर 300 से ज्यादा लोगों से ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया गया है।

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की यूनिट इंटेलीजेंस फ्यूजन एंड स्टैट्रिक ऑपरेशंस (आईएफएसओ)  ने गिरोह की दो महिलाओं हसीना बेबी व मुनीबारा बेबी और सौरभ बार को पश्चिम बंगाल से 11 फरवरी को गिरफ्तार किया है। आरोपी पीएनबी से संबंधित शिकायतें दूर करने के नाम पर पीड़ितों से ऑनलाइन फॉर्म भरवा लेते थे और उसके बाद पीड़ित के खाते को खाली कर देते थे।

आरोपियों के खाते से कुछ पैसे मिला है। आरोपी जामताड़ा (झारखंड) के अंसारी गिरोह के सदस्य हैं, जो पूरे भारत में ठगी कर रहे थे। दिल्ली, मुंबई व नोएडा के कई केस सामने आ चुके हैं। आईएफएसओ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रोहिणी निवासी शालीन शर्मा प्राइवेट जॉब करते हैं। इन्होंने अक्तूबर 2021 में आईएफएसओ में साढ़े तीन लाख रुपये की ठगी की शिकायत दर्ज कराई थी।

मामला दर्ज कर एसीपी रमन लांबा की देखरेख में इंस्पेक्टर प्रवीण कुमार, संजीव सोलंकी, एसआई अरुण व अन्य की टीम जांच कर रही थी। टीम ने कई महीने की जांच के बाद पश्चिम बंगाल से सौरभ बार को गिरफ्तार कर लिया। इससे पूछताछ करने के बाद दो महिलाएं हसीना बेबी व मुनीबारा बेबी को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि दोनों महिलाओं को बाउन-डाउन (पाबंद) करके छोड़ दिया।

पुलिस जब आरोपी महिलाओं को बुलाएगी, तब उनको पुलिस के सामने पेश होना होगा। पूछताछ में आरोपी सौरभ ने बताया कि दोनों महिलाएं अपना बैंक खाता उसे उपलब्ध कराती थी। ठगी की रकम इनके खाते में ट्रांसफर की जाती थी। इसके बदले महिलाओं को ठगी की रकम का 20 फीसदी कमीशन दिया जाता था। बाद में खातों से रकम निकाल ली जाती थी। सौरभ ने बताया कि वह जामतारा (झारखंड) के अंसारी गिरोह के सदस्य हैं।

ऑनलाइन फॉर्म भरवाते थे, एप भी करवाते थे डाउनलोड
आरोपियों ने गूगल पर पंजाब नेशनल बैंक का फर्जी कस्टयर केयर नंबर डाल रखा था। सर्च इंजन ऑपटीमाइन (एसईओ) के जरिये नंबर को गूगल पर सबसे ऊपर करवा रखा था। जब कोई व्यक्ति पीएनबी से संबंधित किसी तरह की शिकायत को लेकर कस्टमर केयर नंबर तलाश करता, तो आरोपियों का नंबर सबसे ऊपर आता। पीड़ित जब इसने बात करते थे, ये एक लिंक भेजकर ऑनलाइन फॉर्म भरवाते थे। इस फॉर्म पर पीएनबी का लोगो लगा रहता था इससे पीड़ित को लगता था कि ये पंजाब नेशनल बैंक का ही पेज है।

इसके बाद ये एक एप डाउनलोड करवाते थे और कहते थे कि इस एक शिकायत नंबर आएगा। इस एप को डाउनलोड करते ही पीड़ित के पास जो ओटीपी आता था वह आरोपियों को दिखाई देता था। इसके बाद ये पीड़ित का खाता खाली कर देते थे, क्योंकि फॉर्म भरवाने के नाम पर ये पीड़ित की पूरी डिटेल पहले ही ले चुके होते थे। इन्होंने द्वारका के एक व्यक्ति के बैंक खाते से 26 लाख रुपये निकाल लिए थे।

ई-स्कूटी के लिए कराई ऑनलाइन बुकिंग, ठगे गए 72 हजार रुपये

मुंडका में इलेक्ट्रिक स्कूटी के लिए ऑनलाइन बुकिंग कराना एक शख्स के लिए भारी पड़ गया। कंपनी ने पीड़ित का पंजीकरण कर लिया और फिर कई मदों में पैसे लेने के बाद उसे पूरा भुगतान करने के बाद ही स्कूटी देने की शर्त थोप दी। साथ ही जमा राशि को वापस नहीं करने की बात कही। 72 हजार रुपये ठगे जाने के बाद पीड़ित ने थाने में इसकी शिकायत की है। पुलिस मामला दर्ज कर छानबीन में जुट गई है।

मुंडका के नीलवाल निवासी मनीष दराल ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसने पिछले साल सितंबर में ओला इलेक्ट्रिक स्कूटी की ऑनलाइन बुकिंग करवाई थी। कंपनी की ओर से नवंबर में उसके पास टेस्ट ड्राइव के लिए फोन आया। मनीष द्वारका जाकर टेस्ट ड्राइव लेकर आया। मनीष के मुताबिक, उसके बाद सात फरवरी को फिर फोन आया। फोन करने वाले उसे बंगलूरू स्थित कार्यालय से कॉल करने की बात कही। उसने कहा कि वह आठ फरवरी को दोबारा फोन करेगा। उस दिन उसकी स्कूटी का पंजीकरण होगा।

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