अंबिकापुर।Ambikapur Crime News: अंबिकापुर के गोधनपुर स्थित सुदीप इंटरप्राइजेज के संचालक सुदीप मिश्रा 40 वर्ष ने वसुंधरा कालोनी स्थित घर में मासूम पुत्र व पुत्री को जहर देकर खुद फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना में आठ साल की बेटी सृष्टि की भी मौत हो गई है। डेढ़ साल के बेटे कृषय को गंभीर हालत में मेडिकल कालेज अस्पताल में दाखिल कराया गया है। घटनास्थल से पुलिस को छह पेज का एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें युवा व्यवसायी ने पारिवारिक कारणों से मानसिक अवसाद को घटना की वजह बताई है। पुलिस ने अभी सुसाइड नोट का राजफाश नहीं किया है। घटना के बाद से पत्नी बदहवास है। यह भी बात सामने आ रही है कि व्यवसायी ने घर की जरूरतों को पूरी करने के लिए आनलाइन जुआ भी खेलता था। बहरहाल पुलिस इस एंगल से भी जांच कर रही है।
युवा व्यवसायी सुदीप मिश्रा रविवार की शाम लगभग 7:30 बजे दुकान बंद कर वसुंधरा कालोनी स्थित घर पहुंचे। पत्नी अंजली मिश्रा और रिश्ते की साली रश्मि मिश्रा को बाजार भेज दिया। घर में आठ साल की बेटी और डेढ़ साल के पुत्र के साथ सुदीप प्रथम तल में मौजूद थे। नीचे भूतल में उसकी दृष्टिबाधित लकवाग्रस्त सास थी। बताया जा रहा है कि घर से निकलने के बाद पत्नी और साली को रास्ते में किसी का पर्स गिरा मिला था।
इसकी जानकारी उन्होंने सुदीप को दी थी। सुदीप ने पर्स को संभाल कर रखने के लिए भी कहा था। रात लगभग नौ बजे पत्नी और साली जब घर लौटे तो देखा की प्रथम तल का दरवाजा भीतर से बंद है।
आवाज लगाने पर भीतर से कोई जवाब नहीं आने पर जब उन्होंने दरवाजे के नीचे से झांककर देखा तो सुदीप की लाश फांसी पर लटक रही थी। तत्काल उन्होंने पास पड़ोस में रहने वाले लोगों को आवाज लगाई। मौके पर पहुंचे लोगों ने दरवाजा तोड़ा तो वहां का नजारा दुखदायी था। कमरे में सुदीप की फांसी पर लाश लटक रही थी। नीचे एक गद्दा बिछा हुआ था। मासूम बेटा जोर -जोर से रो रहा था और बेटी की भी मौत हो गई थी।
तत्काल सुदीप को फांसी के फंदे से उतारकर तीनों को मोहल्लेवालों ने ही मेडिकल कालेज अस्पताल पहुंचाया। यहां सुदीप और उसकी बेटी को मृत घोषित कर दिया गया, जबकि बेटे को आइसीयू में रखा गया है। उसकी हालत भी नाजुक बताई जा रही है। पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह बात निकलकर सामने आई है कि व्यवसायी ने संभवत: किसी खाने की चीज में जहर मिलाया था। बेटा-बेटी के साथ खुद भी उसने जहर का सेवन किया था और बाद में खुद फांसी लगा ली थी। सुबह घटना की जानकारी मिलने पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला के नेतृत्व में पुलिस टीम भी मौके पर पहुंची।
सुसाइड नोट में उल्लेख है, दूधवाले का एक माह का भुगतान बचा है
घटनास्थल की जांच में पुलिस को कोई भी जहरीला पदार्थ तो नहीं मिला लेकिन छह पेज का एक सुसाइड नोट मिला है। सुसाइड नोट में युवा व्यवसायी ने पारिवारिक कारणों से मानसिक अवसाद को मुख्य वजह बताई है। सुसाइड नोट में उसने लिखा है कि एक व्यापारी को सात लाख रुपये देने हैं। संबंधित व्यवसायी से संबंध बेहतर है। सिर्फ दूध वाले का एक महीने का भुगतान करना बाकी है। कालोनीवासियों से मिली जानकारी के मुताबिक सुदीप पूर्व में शराब सेवन का भी आदी था।
जरूरतों को पूरा करने सट्टा खेलने की बात आ रही सामने
घर की जरूरतों को पूरा करने के लिए रुपयों का इंतजाम करने का जिक्र किया है। दो मंजिला मकान में तीसरा तल खड़ा करने के लिए आ रही आर्थिक कठिनाई का भी जिक्र किया है। इन जरूरतों की पूर्ति के लिए कथित रूप से आनलाइन सट्टा खेलने की भी बात सामने आई है।
हालांकि अधिकृत रूप से पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है।
पिता हैं जल संसाधन विभाग के सेवानिवृत्त कार्यपालन अभियंता
पारिवारिक पृष्ठभूमि की बात करें तो सुदीप मिश्रा के पिता डीके मिश्रा जल संसाधन विभाग के सेवानिवृत्त कार्यपालन अभियंता हैं परिवार में उसकी एक बहन भी है जिसकी शादी हो चुकी है। उसके पिता इन दिनों बेटी के पास बेंगलुरु गए हुए हैं।सुदीप के वसुंधरा कालोनी स्थित मकान में उसकी बुजुर्ग सास भी रहती है जो दृष्टिबाधित है और उसे लकवा भी मार दिया है। पत्नी के परिवार में और किसी दूसरे सदस्य के नहीं होने के कारण उसकी सास भी साथ में ही रहती थी। उसी की देखभाल के लिए रिश्ते की साली को भी उसने अपने वसुंधरा कालोनी स्थित मकान में ही रखा था।शहर के व्यवसायियों से उसके संबंध भी बेहतर थे।
पत्नी पर बोझ नहीं डालना इसलिए बच्चों को मार डाला
बेटा-बेटी को जहर देने के कारण का जिक्र भी उसने सुसाइड नोट में किया है। पत्र में उसने लिखा है कि बेटा- बेटी को वह इसलिए साथ ले जा रहा है क्योंकि उनकी देखभाल कौन करेगा।उसकी पत्नी पर बुजुर्ग दृष्टिबाधित सास की देखभाल की भी जिम्मेदारी है इसलिए वह अलग से बच्चों का बोझ पत्नी पर नहीं देना चाहता है। बहरहाल पुलिस सुसाइड नोट की बारीकी से जांच कर रही है।
बेंगलुरु में रहते हैं पिता
मृतक के पिता को सूचना दे दी गई है। वे बेंगलुरु से रायपुर पहुंच चुके हैं।रायपुर से देर शाम तक उनके अंबिकापुर लौटने की संभावना है। घटना को लेकर कालोनी में रहने वाले लोग हतप्रभ हैं क्योंकि मृतक और उनकी पत्नी का कालोनी में रहने वाले लोगों से बेहतर संबंध होना बताया जा रहा है। कालोनी की महिलाएं ही बेसुध पड़ी मृतक की पत्नी की देखभाल करने में लगी हुई है।